कोंडागांव जिले में कलेक्टर कुणाल दुदावत के निर्देश पर बुनियादी सुविधाओं को लेकर पहल की जा रही है। असाक्षर लोगों की शिक्षा पूरी हो सके इसके लिए परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार को जिला प्रशासन की टीम ने परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को पीले
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वहीं, जिले में पिछले कई समय से लो वोल्टेज से परेशान किसानों को राहत मिली है। शुक्रवार को लंजोड़ा में 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र पर 5 एमवीए क्षमता का नया ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया। इससे क्षेत्र के कई गांवों में ओवरलोडिंग की समस्या दूर होगी।
वहीं, कोंडागांव में विश्व जल दिवस के अवसर पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) विभाग ने एक महत्वपूर्ण जागरूकता अभियान चलाया। जिसके तहत पीएचई विभाग ने लोगों से जल को अनमोल संपत्ति मानते हुए इसके संरक्षण की अपील की।

विश्व जल दिवस के अवसर पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीविभाग ने जागरूकता अभियान चलाया
असाक्षर लोगों की पढ़ाई होगी पूरी
साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान आकलन परीक्षा को लेकर प्रशासन ने शिक्षार्थियों को आकर्षक पाउच में पीले चावल देकर परीक्षा में शामिल होने का न्योता दिया।
परीक्षा 23 मार्च को जिले के 362 केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी। इसमें वे असाक्षर शामिल होंगे जिन्होंने 200 घंटे का अध्यापन कार्य और सात अध्याय पूर्ण कर लिए हैं। परीक्षार्थियों का मूल्यांकन परीक्षा केंद्र पर ही किया जाएगा।
जागरूकता अभियान के तहत प्रशासनिक टीम असाक्षर व्यक्तियों के कार्यस्थलों पर जा रही है। टीम उन्हें शिक्षार्थी पर्ची और पंपलेट भी दे रही है। इस पहल से असाक्षर व्यक्तियों में उत्साह देखा जा रहा है। अभियान में विकासखंड परियोजना अधिकारी दवल सिंह पोटाई, श्रीनिवास नायडू, वर्षा तिर्की, पुरुषोत्तम दीक्षित और हेम दत्तेश्वर पटेल शामिल हैं।

कोंडागांव में लगा 5 MVA क्षमता का नया ट्रांसफॉर्मर
जिले में 5 MVA क्षमता का नया ट्रांसफॉर्मर
कोंडागांव जिले के लंजोड़ा में 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र पर 5 एमवीए क्षमता का नया ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया। सीएसईबी कोंडागांव के कार्यपालन अभियंता के मुताबिक, इस ट्रांसफॉर्मर से 4 फीडर्स को लाभ मिलेगा। ये हैं – लंजोड़ा टाउन फीडर, जैतपुरी फीडर, जुगानी फीडर और बड़ेडोगर फीडर।
इससे 10 गांवों को फायदा होगा। इन गांवों में लंजोड़ा, भानपुरी, जैतपुरी, कोसागांव, कबोगा, हिरीं, बालोण्ड, मांझीबोरण्ड, सल्फीपदर और केरावाही शामिल हैं। अब इन गांवों के किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए निर्बाध बिजली मिलेगी।

जल संरक्षण और स्वच्छ पेयजल के महत्व को लेकर लोगों को जागरूक किया गया
जल संरक्षण के लिए विशेष पहल
कोंडागांव में जल संरक्षण और स्वच्छ पेयजल के महत्व को लेकर लोगों को जागरूक किया गया। विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने शहर के विभिन्न हिस्सों में जनसभाएं, रैलियां और कार्यशालाएं आयोजित कीं।
पीएचई विभाग ने लोगों से जल को अनमोल संपत्ति मानते हुए इसके संरक्षण की अपील की। कार्यक्रम में छात्रों और स्थानीय निवासियों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई। साथ ही, सरकारी योजनाओं और आधुनिक जल प्रबंधन तकनीकों की जानकारी भी दी गई।
स्थानीय निवासियों ने इस पहल का स्वागत किया। स्थानीय निवासी मनीष कुमार शर्मा ने इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल जल संरक्षण के प्रति लोगों को प्रेरित करने में सफल रही है। पीएचई विभाग ने भविष्य में भी इस तरह के जागरूकता अभियान जारी रखने का संकल्प लिया है