रायगढ़ जिले के जंगलों में विचरण करने वाले जंगली हाथियों के सभी गतिविधियों पर वन विभाग की टीम के अलावा हाथी मित्र दल के सदस्य लगातार निगरानी बनाये हुए हैं और जंगलों के रास्ते आवागमन करने वाले लोगों को हाथियों के विचरण क्षेत्र की जानकारी देते हुए उन्हें सावधानी बरतने की बात कही जाती है।
By VISHWANATH RAY
Publish Date: Sat, 02 Nov 2024 11:57:37 PM (IST)
Updated Date: Sat, 02 Nov 2024 11:57:37 PM (IST)

HighLights
- आमापाली बीट में विचरण कर रहे 30 से अधिक हाथी ।
- हाथियों की हर गतिविधियों पर वन अमला ड्रोन कैमरे से रख रहा नजर
- वीडियो इंटरनेट मीडिया में तेजी से प्रसारित भी हो रहा है।
नईदुनिया प्रतिनिधि रायगढ़: अमापाली बीट में बनाए गए बांध में दर्जनों हाथियों ने अपने बच्चे के साथ जलक्रीड़ा करते हुए नजर आए है। ये हाथी दल लैलूंगा में सबसे बड़े दल के रूप में है जिन पर वन विभाग की टीम ड्रोन कर साथ अन्य तरह से उनके गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। यह वीडियो इंटरनेट मीडिया में तेजी से प्रसारित भी हो रहा है।
रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल के तहत आने वाले लैलूंगा वन परिक्षेत्र में इन दिनों 29 हाथियों का एक दल विचरण कर रहा है। बीते दिन दोपहर लैलूंगा रेंज के आमापाली बीट में 29 हाथियों के दल का ड्रोन कैमरे का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में हाथियों का दल जंगल में बने एक मिट्टी के बांध में स्नान करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
गांव-गांव पहुंचकर गांव के ग्रामीणों को बस्ती के करीब हाथी आने पर उनसे दूरी बनाये रखने की भी बात कही जाती है ताकि क्षेत्र में किसी भी प्रकार की जनहानि की घटना घटित न हो। यह यह भी बताया जाना लाजमी होगा कि यह हाथियो का दल लैलूंगा तहसील में सबसे बड़ा है।
हाथियों से फसल नुकसान पर कम मुआवजा से नाराज किसानों ने किया चक्काजाम
रायगढ़ जिले के दो वन मंडल है। इसमे सबसे अधिक हाथी धरमजयगढ़ वन मंडल है यहां करीब 120 से अधिक हाथी अलग अलग झुंड में विचरण कर रहा है। ये हाथी इन दिनों घरघोड़ा क्षेत्र में सबसे अधिक फसल तथा आर्थिक नुकसान ग्रामीणों से लेकर किसानों को पहुंचा रहे है। ऐसे में नुकसान की तुलना मे मुआवजा कम मिलने से वे नियम कानून को लेकर नाराजगी जाहिर कर रायगढ़ अंबिकापुर मार्ग में चक्काजाम कर दिए है।
जानकारी अनुसार घरघोड़ा वन परिक्षेत्र में 70 से 80 हाथियों का दल लगातार विचरण कर रहे है। हांथीयों के दल ने अमलीडीह, भालूमार, सुमड़ा, पंडरीपानी, बैहमुडा सहित लगे गांव में लगभग 50 एकड़ से अधिक जमीन में लगी धान कि फसल को चौपट कर दिए है। फसल चौपट होने के कारण किसानो को भारी आर्थिक हानि उठाना पढ़ा है आर्थिक हानि के कारण आक्रोषित किसानों ने मुआवजा कि मांग को लेकर आज सुबह से अमलीडीह में चक्का जाम कर दिया है चक्का जाम में पुरषों के साथ महिला भी शामिल है। वहीं, अमलीडीह सुमड़ा, पंडरीपानी छर्राटांगर 4 से 5 गांव के सैकड़ों कि संख्या में ग्रामीणों ने अमलीडीह में चक्का जाम कर दिया।
रायगढ़ अंबिकापुर मार्ग में चक्काजाम किए जाने पर दोनों ओर छोटे- बड़े वाहनो की कतार लग गई। वही अधिकारी वर्ग को जब इस आंदोलन की जानकारी लगी तो वे भी मौके आए। जहां ग्रामीणों को समझाईश दिए। काफी मान- मनोवल किया गया तब कही जाकर उचित आश्वसान मिलने पर आंदोलन समाप्त हुआ ।
लाइट कटौती से भी है ग्रामीण परेशान
दल में में विचरण कर रहे 3 हांथीयों कि मौत के बाद क्षेत्र में लगातार लाइट कि कटौती कि जा रही है लाइट कटौती से ग्रामीणों में भारी गुस्से में है। यह स्थिति अमुमन अधिकांश हाथी प्रभावित तथा संवेदनशील गांव में है।