गरियाबंद जिले के देवभोग नगर पंचायत में आयोजित समाधान शिविर में हंगामा।
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के देवभोग नगर पंचायत में आयोजित समाधान शिविर में आज वार्डवासियों और एक निलंबित अधिकारी ने अपनी मांगों को लेकर विरोध जताया।
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सोनामूंदी वार्ड के निवासी पिछले तीन वर्षों से क्षेत्र में स्थित अंग्रेजी-देशी शराब दुकान को हटाने की मांग कर रहे हैं। वार्डवासियों का कहना है कि शराब दुकान के कारण आसपास के क्षेत्र में नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। टूटी बोतलें और प्लास्टिक कचरे से खेत प्रभावित हो रहे हैं। शिशु मंदिर स्कूल और महिला समूह की कार्यशाला भी इससे प्रभावित है।
गंगाराम पाड़े, भवरसिंह और शुभांगिनी मेहर सहित वार्डवासियों ने एसडीएम और पालिका अध्यक्ष को चेतावनी पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि यदि 5 दिनों के भीतर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वे धरना प्रदर्शन करेंगे।

निलंबित बीईओ ने दी आत्मदाह की चेतावनी
इसी शिविर में निलंबित बीईओ प्रदीप शर्मा ने भी अपनी समस्या रखी। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट के बहाली आदेश के बावजूद प्रशासन ने उन्हें बहाल नहीं किया। उनका आरोप है कि वेतन में नियम से अधिक कटौती की जा रही है। उन्होंने प्रशासन पर मानसिक दबाव और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाते हुए आत्मदाह की चेतावनी दी।

समाधान शिविर में ठोस जवाब नहीं मिलने पर प्रदीप शर्मा माइक पकड़ कर अपनी भड़ास निकाल रहे थे। इस दौरान एसडीएम तुलसी दास ने माइक छीन लिया, जिसके बाद शिविर में प्रदीप शर्मा ने कहा कि 31 मई के भीतर मांगें नहीं मानी गई तो आत्महत्या कर लेंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
एसडीएम तुलसी दास मरकाम ने कहा है कि शर्मा कि मांगों का समाधान शासन स्तर पर होना है। प्रतिवेदन बनाकर कलेक्टर को भेजा गया है। शराब दुकान के लिए भी स्थल चयन किया गया है, जल्द हटा दिया जाएगा।