Vegetable Rates: मानसून आते ही बढ़ी हरी सब्जियों की कीमत, लोगों की जेबों पर सीधा असर

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June 12, 2025


मानसून आते ही बिलासपुर में हरी साब सब्जियों के भाव बढ़ने लगे हैं। गर्मी के बाद जैसे ही मौसम में बदलाव हुआ और मानसून की आहट शुरू हुई लगभग सभी साग-सब्जियों के भव 10 से 20 रुपये तक बढ़ गए हैं। सब्जियों के कीमतों के बढ़ने से आम लोगों पर इसका असर हो रहा है।

By Roman Tiwari

Edited By: Roman Tiwari

Publish Date: Thu, 12 Jun 2025 10:00:02 AM (IST)

Updated Date: Thu, 12 Jun 2025 10:16:25 AM (IST)

Vegetable Rates: मानसून आते ही बढ़ी हरी सब्जियों की कीमत, लोगों की जेबों पर सीधा असर

HighLights

  1. मानसून आते ही बढ़ी सब्जियों की कीमत
  2. बाजारों में सब्जियों की उपलब्धता हुई कम
  3. बाजार में नयी सब्जियां आने से घटेंगी कीमतें

नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर (Vegetable Rates): गर्मी के बाद मौसम में आए बदलाव और मानसून की आहट ने सब्जियों के बाजार में हलचल मचा दी है। बीते 15 दिनों में लगभग सभी हरी सब्जियों के दामों में 10 से 20 रुपये तक की वृद्धि हुई है। जो सब्जियां पहले 20 से 30 रुपये किलो में मिल रही थीं, अब उनका भाव 50 रुपये के पार पहुंच गया है। शहर के प्रमुख चिल्हर बाजार जैसे बृहस्पति बाजार, शनिचरी, बुधवारी के साथ-साथ सरकंडा, सिरगिट्टी और तिफरा क्षेत्र में सब्जियों की महंगाई ने आम उपभोक्ताओं की जेब पर सीधा असर डाला है।

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सब्जी विक्रेताओं के अनुसार, वर्तमान में उत्पादन और आपूर्ति के बीच असंतुलन के कारण यह वृद्धि हो रही है। सरकंडा के सब्जी विक्रेता राजू कश्यप ने बताया कि वर्षा की संभावना और खेतों से कम आवक के चलते सब्जियों के दाम बढ़े हैं। लोग मांग तो कर रहे हैं, लेकिन हम भी लाचारी में महंगे भाव में बेच रहे हैं। वहीं बुधवारी बाजार की महिला विक्रेता ममता बाई कहती हैं कि, आवक कम है और खरीददार ज्यादा, इसलिए हमें भी दाम बढ़ाने पड़े।

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आम लोगों की जेबों पर असर

महंगाई का सीधा असर आम लोगों पर पड़ा है। सिरगिट्टी निवासी नीलम साहू ने कहा अब तो सब्जी खरीदना भी महंगा सौदा हो गया है। पहले 100 रुपये में चार से पांच सब्जियां आ जाती थीं, अब एक-दो ही मिलती हैं। ऐसे में सब्जियों के कीमतों के बढ़ने से लोगों के घरेलू बजट पर भी असर पड़ रहा है।

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वहीं शहर के थोक सब्जी विक्रेता कोमल राम डड़सेना का कहना है कि जब तकबारिश स्थायी रूप से नहीं शुरू होती और नई फसलें बाजार में नहीं आतीं, तब तक राहत की उम्मीद कम है। छोटे विक्रेताओं से लेकर खरीदारी करने आए हर वर्ग के लोग इस बढ़ती महंगाई को लेकर चिंतित हैं। उम्मीद है कि बाजार में सब्जी की नई फसलों के आने के बाद दाम सामान्य हो जाएं।



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