भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन द्वारा संचालित चिड़ियाघर मैत्री बाग में जल्द ही नए मेहमान आने वाले हैं। जू प्रबंधन ने विनिमय योजना के तहत इसकी पहल की थी। इसके तहत यहां से सफेद बाघ का जोड़ा भेजा गया है तो बदले में उन्हें तेंदुआ और भालू का जोड़ा दिया जा रहा
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मैत्री बाग जू प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक नए तेंदुए और भालू का यह जोड़ा नया रायपुर और बिलासपुर स्थित जू से विनिमय योजना के तहत मिल रहा है। इसी योजना के तहत मैत्रीबाग से कुछ महीने पहले सफेद बाघों का जोड़ा नंदन वन भेजा गया था। जल्द ही यहां से 24 सांभर भी नंदन भेजे जाएंगे।

जल्द लाया जाएगा भालू का जोड़ा
मैत्री बाग जू के डॉ. एनके जैन ने कहा कि इस तरह के अंतराज्यीय चिड़ियाघर सहयोग से ना केवल अनुवांशिक विविधता को प्रोत्साहन मिलता है, बल्कि विभिन्न प्रजाति के वन्य प्राणियों समान वितरण भी हो पाता है।
मैत्री बाग आ रहे नए तेंदुआ और भालू के स्वागत की तैयारी जू प्रबंधन ने कर ली है। इनके लिए विशेष रूप से बाड़े बनाए गए हैं। उन्हें वहां कुछ दिन रखा जाएगा। उनकी सतत निगरानी की जाएगी। उनकी अनुकूलता और स्वास्थ्य को देखा जाएगा। इसके बाद उन्हें लोगों को देखने के लिए बड़े बाड़ों में छोड़ा जाएगा।

जल्द लाया जाएगा तेंदुए का जोड़ा
मैत्री बाग सफेद बाघ संरक्षण का है केंद्र
डॉ. जैन ने बताया कि वर्तमान में मैत्री बाग के पास 7 सफेद बाघ हैं। यह सफेद बाघ के संरक्षण केंद्रों में से एक है। यहां से कई चिड़िया घरों में अब तक सफेद बाघ भेजे जा चुके हैं। इसके लिए यहां पुशु मानकों के उच्चतम स्तर को अपनाया जाता है। हर प्रजाति को उसकी आवश्यकता और पसंद के अनुसार संतुलित भोजन दिया जाता है।
गर्मी में की जाती हैं स्प्रिंकलर और अन्य व्यवस्थाएं
मैत्री बाग में हर मौसम के अनुसार वन्य प्राणियों के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं की जाती है। जैसे ठंड में अलाव जलाए जाते हैं। वहीं गर्मी के मौसम में उन्हें ठंडक देने के लिए बाड़ों के अंदर स्प्रिंकलर, टायफा मैट, ग्रीन नेट्स, क्रत्रिम झरने और मड बाथ की व्यवस्था की जाती है।