छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला और उसकी सात साल की मासूम बेटी की लाश स्कूल के पीछे पलाश के पेड़ पर मिली। पति इसी स्कूल में टीचर है। महिला का अपने पति से विवाद चल रहा था।
By Arvind Dubey
Publish Date: Fri, 06 Dec 2024 12:30:05 PM (IST)
Updated Date: Fri, 06 Dec 2024 09:39:06 PM (IST)

HighLights
- सरगुजा जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र का मामला
- ग्राम कुन्नी के मिडिल स्कूल के पीछे मिली लाश
- पति और परिजन से पूछताछ कर रही पुलिस
नईदुनिया, अंबिकापुर। पति-पत्नी के बीच संबंधों में दरार का दुखद अंत हुआ। पहले तो मामला न्यायालय तक पहुंचा। न्यायालय के आदेश पर व्याख्याता पति ने भरण पोषण की राशि देनी शुरू की। पत्नी शायद इससे भी संतुष्ट नहीं थी। गुरुवार को वह अबोध बेटी को साथ लेकर पति के स्कूल पहुंच गई। पति-पत्नी के बीच बातचीत भी हुई। कलह को घर में बैठकर सुलझाने के पति के प्रस्ताव और सहकर्मियों की समझाइश भी बेअसर रही। शुक्रवार की सुबह महिला और उसकी अबोध बेटी की उसी स्कूल के सामने पेड़ पर फांसी पर लटकी लाश मिली जिस स्कूल में पति पदस्थ था।
मामला सरगुजा जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कुन्नी का है। यहां संचालित शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल के सामने मीना गुप्ता (35) एवं उसकी छह वर्ष की अबोध पुत्री आस्था गुप्ता की फांसी पर लटकी लाश मिली। मृतका मीना गुप्ता के पति संजय गुप्ता हायर सेकेंडरी स्कूल में ही हिंदी के व्याख्याता पद पर पदस्थ हैं। महिला अपनी बेटी को साथ लेकर अलग रहती थी। लखनपुर थाना प्रभारी अश्विनी सिंह ने बताया कि प्रकरण की जांच चल रही है। अभी सभी पक्षों का बयान नहीं लिया जा सका है।
पति-पत्नी के बीच चल रहा था विवाद
व्याख्याता संजय गुप्ता, मूलतः जशपुर जिले के बगीचा ब्लाक के झिकी गांव का रहने वाला है। उनका विवाह 2017 में गुमगा उदयपुर निवासी मीना गुप्ता के साथ हुआ था। 2018 में उनकी पुत्री आस्था गुप्ता का जन्म हुआ। दोनों के बीच विवाद बढ़ा तो संजय गुप्ता ने पत्नी से तलाक के लिए कुटुम्ब न्यायालय में आवेदन दिया था। यह प्रकरण अभी न्यायालय में विचाराधीन है।
पत्नी व बेटी से अलग रहता था व्याख्याता पति
विवाह के बाद व्याख्याता संजय गुप्ता ने कुन्नी से लगे डूमरघाट बस्ती में घर बनाया था। विवाद बढ़ने के बाद वह अपनी पत्नी एवं बेटी से अलग रहने लगा था। वह अंबिकापुर से भी कुन्नी आना-जाना कर ड्यूटी किया करता था। कुन्नी में उसने किराए का एक मकान भी रखा था। जबकि मां-बेटी घर में ही रहते थे।
भरण-पोषण का खर्च उठा रहा था
पुलिस के अनुसार व्याख्याता संजय गुप्ता द्वारा न्यायालय के आदेश पर पत्नी को भरण -पोषण के लिए प्रतिमाह सात हजार रुपये दिया करता था। जनवरी 2025 से प्रतिमाह 10 हजार रुपये देना था।उसकी बेटी लखनपुर के एक निजी स्कूल में पढ़ाई करती थी। स्कूल और वहां तक आने-जाने के लिए वैन का शुल्क भी व्याख्याता संजय गुप्ता ही दे रहे थे।
स्कूल में पति से विवाद , सुबह मिली लाश
- गुरुवार को मीना गुप्ता स्कूटी से बेटी को साथ लेकर पति के स्कूल गई थी। पुलिस के अनुसार पति से उसने एक और घर तथा कुछ और सामान खरीदकर देने की मांग रखी थी।
- व्याख्याता पति ने समाज के चार लोगों के सामने ही कोई भी जरूरत पूरी करने की बात कही थी ताकि साक्षी भी रहें। इस बात को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ था।
- पति ने घर जाकर बातचीत करने का प्रस्ताव दिया था लेकिन महिला इससे राजी नहीं थी। उसने धमकाया था कि या तो वह मर जाएगी या बेटी को मार देगी।
- व्याख्याता के सहकर्मियों ने भी समझाने का प्रयास किया था लेकिन कोई नतीजा नहीं निकलने पर सभी वापस लौट गए थे। महिला अपनी बेटी के साथ स्कूल में ही बैठी थी।
- शुक्रवार सुबह उसकी बेटी के साथ एक ही रस्सी में फांसी पर लटकी लाश मिली। फांसी लगाने के लिए महिला ने स्कूल परिसर में लगे वालीबाल के नेट की रस्सी का उपयोग किया था।
पुलिस सुरक्षा में रखा गया पति को
घटना के बाद मायके पक्ष ने पति पर प्रताड़ना का आरोप लगाया। महिला व उसकी बेटी की मौत पर संदेह जताते हुए मायके पक्ष के लोगों ने निष्पक्ष जांच की मांग की। कुन्नी पुलिस चौकी में नाराज महिला के मायके वालों ने घटना को आत्महत्या करार देने पर भी आक्रोश जताया। उनके गुस्से को देखते हुए महिला के पति को दिन भर पुलिस सुरक्षा में रखा गया।
महिला और उसके पति के बीच चल रहा था पारिवारिक विवाद
- कुन्नी के सकरिया रोड निवासी मीना गुप्ता पति संजय गुप्ता (35) व उसकी सात साल की बेटी आस्था गुप्ता की फांसी की फंदे पर लटकी लाश कुन्नी के पूर्व माध्यमिक शाला परिसर के पीछे पलाश के पेड़ में मिली।
- मृतका का पति संजय गुप्ता हाई स्कूल कुन्नी में शिक्षक के पद पर पदस्थ है। महिला और उसके पति के बीच लंबे समय से पारिवारिक विवाद चल रहा था। इसे लेकर दोनों परिवारों के बीच मनमुटाव भी चल रहा था।
- इसी से तंग आकर महिला द्वारा अबोध बेटी के साथ पति के स्कूल के पीछे फांसी लगाने का अंदेशा है। सुबह लोगों ने महिला व उसकी बेटी की लाश देखी गई। घटना की सूचना पति संजय गुप्ता के द्वारा कुन्नी पुलिस चौकी पहुंच कर दी गई है।
पिता की मृत्यु के बाद पुत्र को मिली आरक्षक की नौकरी
एक अन्य घटनाक्रम में छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में पुलिस विभाग में बारह वर्ष के बच्चे को नियुक्ति दी गई। बाल आरक्षक के रुप में भर्ती किए गए बच्चे के पिता के आकस्मिक निधन के बाद उसे अनुकंपा नियुक्ति दी गई है। अपनी मां व छोटे भाई के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे बच्चे को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर ने नियुक्ति का आदेश प्रदान किया।
एसएसपी ने नियुक्ति आदेश के साथ बच्चों को पसंदीदा चॉकलेट भी भेंट किया और बाल आरक्षक को बेहतर शिक्षा दिलाने की दिशा मे उसकी मां को मार्गदर्शन दिया। एसएसपी ठाकुर ने बताया कि दिव्यांश जायसवाल को बाल आरक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई है। इनके पिता मुन्ना प्रसाद आरक्षक के पद पर जिला सूरजपुर में पदस्थ थे।
नौकरी के दौरान आकस्मिक मृत्यु होने पर अनुकम्पा नियुक्त के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए अनुकम्पा नियुक्ति संबंधी सभी कार्रवाई पूरी करते हुए अनुकम्पा नियुक्ति दी गई है।
सभी प्रक्रिया पूर्ण होने पर दिव्यांश जायसवाल को पुलिस विभाग में बाल आरक्षक के पद पर पदस्थ किया गया है। 18 वर्ष की आयु पूरी करने पर आरक्षक के पद पर पदस्थ किया जाएगा। इस दौरान स्टेनो अखिलेश सिंह सहित बाल आरक्षक के स्वजन मौजूद रहे।