आरोप है कि रात 10 बजे के बाद दुकान खुला रखने का आरोप लगाकर पुलिसकर्मियों ने मारपीट शुरू कर दी।मारपीट में पान ठेला व्यवसायी शेखर सोनी, बिरयानी सेंटर के अविनाश कंसारी उसके रिश्तेदार तथा शासकीय शराब दुकान के कर्मचारी हरि सोनी को चोट आई।
By Asim Sen Gupta
Publish Date: Sat, 30 Nov 2024 10:22:15 PM (IST)
Updated Date: Sat, 30 Nov 2024 10:22:15 PM (IST)

HighLights
- चार पुलिसकर्मी लाइन अटैच
- जांच के आधार पर होगी कार्रवाई
- सीतापुर में शुक्रवार रात गश्त पर निकली पुलिस टीम पर दुकानदारों के साथ मारपीट का है आरोप
नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर : सरगुजा जिले के सीतापुर में शुक्रवार रात गश्त पर निकली पुलिस टीम पर दुकानदारों के साथ मारपीट का आरोप लगा है।आरोप है कि महामाया मंदिर के पास एक दुकान को खुला देखकर पुलिसकर्मियों ने वहां खड़े लोगों की डंडे से पिटाई की। नाराज लोगों ने रात में ही थाने पहुंच पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। सुबह तक कार्रवाई के आश्वासन पर लोग शांत हुए। किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने से नाराज लोगों ने शनिवार की सुबह थाने का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया। मारपीट के आरोप को देखते हुए पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने एक उप निरीक्षक सहित चार पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है। मामले की जांच के निर्देश दिए गएहै।
सीतापुर थाने के उप निरीक्षक के साथ पुलिस कर पुलिस कर्मचारी शुक्रवार रात गश्त पर निकले थे। गश्त के दौरान पुलिस टीम महामाया मंदिर के पास पहुंची। यहां एक पान ठेला खुला हुआ था। एक बिरयानी सेंटर बंद होने वाला था। आरोप है कि रात 10 बजे के बाद दुकान खुला रखने का आरोप लगाकर पुलिसकर्मियों ने मारपीट शुरू कर दी।मारपीट में पान ठेला व्यवसायी शेखर सोनी, बिरयानी सेंटर के अविनाश कंसारी उसके रिश्तेदार तथा शासकीय शराब दुकान के कर्मचारी हरि सोनी को चोट आई। एक व्यक्ति का हाथ फ्रैक्चर हो गया।
घटना से नाराज लोगों ने रात में ही सीतापुर थाने पहुंचकर मारपीट करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। एसडीओपी राजेंद्र मंडावी ने पुलिस कर्मियों के थाने में नहीं होने तथा सुबह जांच और कार्रवाई का भरोसा दिया। मारपीट से घायल लोगों का रात में ही स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। लोगों की मांग थी कि पुलिस कर्मियों का भी स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए।उनके नशे में होने का भी आरोप लगाया गया। सुबह घायल व्यापारियों के साथ सीतापुर के लोग थाने पहुंचे। तब तक पुलिस कर्मियों के विरुद्ध किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। इससे लोगों का गुस्सा भड़क गया। लोगों ने थाने का घेराव कर दिया। पुलिस के विरुद्ध जमकर नारेबाजी शुरू कर दी गई। एसडीओपी राजेंद्र मंडावी की ओर से लोगों को समझाने का काफी प्रयास किया गया लेकिन लोग मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे।दोपहर में अंबिकापुर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लों सीतापुर थाने पहुंचे।
उन्होंने लोगों को जांच और कार्रवाई का भरोसा दिया लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे। बाद में बताया गया कि उप निरीक्षक सहित चारों पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया है। मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। रविवार दोपहर तक जांच और कार्रवाई के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए। रविवार को यदि कार्रवाई नहीं हुई तो लोगों का गुस्सा फिर से भड़क सकता है।
वाहन से उतरते ही लाठी भांजने का आरोप
घायल दुकानदारों ने बताया कि घटना रात 10 बजे के आसपास की है। वे सभी अपनी दुकान बंद करने की तैयारी में ही थे। इस दौरान चारों पुलिस कर्मी पहुंचे। बिना किसी पूछताछ के उन्होंने लाठियां भांजनी शुरू कर दी। अचानक मारपीट शुरू कर देने से लोगों को संभलने का भी मौका नहीं मिला। पान ठेला संचालक शेखर सोनी का मोबाइल भी टूट गया। कमर में गंभीर चोट आई। दूसरे घायलों को भी चोट आई। एक व्यक्ति का हाथ फ्रैक्चर हो गया।
इस मामले में सरगुजा पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने कहा कि जांच के निर्देश दिए गए हैं। चार पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच किया गया है। किन परिस्थितियों में घटना हुई इसकी जांच होगी। जांच के आधार पर कार्रवाई भी की जाएगी।