शव वाहन के लिए छह घंटे की प्रतीक्षा

Author name

March 24, 2025


एक-एक कर सभी मृतकों का पोस्टमार्टम कर शव स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया था। शाम पांच बजे तक यह प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी। स्वजन किराए की वाहनों की तलाश में थे ताकि शवों को ले जाया जा सका। इस बीच सूचना दी गई कि शासकीय वाहन से शवों को ले जाने की व्यवस्था की जा रही है।

By Asim Sen Gupta

Publish Date: Tue, 03 Dec 2024 01:12:17 AM (IST)

Updated Date: Tue, 03 Dec 2024 01:12:17 AM (IST)

शव वाहन के लिए छह घंटे की प्रतीक्षा

HighLights

  1. आधी रात के बाद मृतकों का शव लेकर निकले स्वजन
  2. उदयपुर के समीप सड़क हादसे में चार दोस्तों की मौत का मामला
  3. रविवार शाम पांच बजे सभी शवों का पोस्टमार्टम कर दिया गया था

नईदुनिया प्रतिनिधि,अंबिकापुर : उदयपुर के समीप सड़क हादसे में चार दोस्तों की मौत के बाद उनका शव ले जाने के लिए स्वजन को लंबी प्रतीक्षा करनी पड़ी। रविवार शाम पांच बजे सभी शवों का पोस्टमार्टम कर दिया गया था, लेकिन छह घंटे बाद शव वाहन की व्यवस्था हो सकी, तब स्वजन शव ले जा सके। शोक संतप्त स्वजनों के समक्ष उतपन्न इस परिस्थिति को लेकर इंटरनेट मीडिया पर भी लोगों ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।

रविवार की भोर में उदयपुर के नजदीक गुमगा के पास कार व ट्रक की टक्कर हो गई थी। इस दुर्घटना में रायपुर के चार दोस्तों की मौत हो गई थी। स्वजन के आने तक चारों का शव उदयपुर में ही रखा गया था। दोपहर बाद मृतकों के स्वजन उदयपुर पहुंच चुके थे। एक-एक कर सभी मृतकों का पोस्टमार्टम कर शव स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया था। शाम पांच बजे तक यह प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी। स्वजन किराए की वाहनों की तलाश में थे ताकि शवों को ले जाया जा सका। इस बीच सूचना दी गई कि शासकीय वाहन से शवों को ले जाने की व्यवस्था की जा रही है।

चूंकि उदयपुर अस्पताल में एक भी शव वाहन नहीं है। इसलिए अंबिकापुर से शव वाहन की व्यवस्था की जाने लगी। इसमें लंबा समय लग गया। रात लगभग 10 बजे तक दो शव वाहन पहुंच चुके थे लेकिन उनमें दो शव को ही ले जाया जा सकता था। इसलिए दो और शव वाहन की प्रतीक्षा की गई। रात लगभग 11 :45 बजे दो और शव वाहन अंबिकापुर से पहुंचे तब जाकर रात 12 बजे के बाद मृतकों के शवों को उदयपुर से रवाना किया गया। इस दौरान उदयपुर युवा मित्र मंडली के सदस्यों ने पीड़ित परिवार के साथ खड़े रहकर आधी रात के बाद तक उनकी मदद की।

सरगुजांचल में जिन सड़कों की हालत अच्छी वहां सर्वाधिक हादसे, खस्ताहाल सड़कों पर दुर्घटनाएं कम

नईदुनिया प्रतिनिधि,अंबिकापुर : सरगुजा जिले में सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। रविवार भोर में उदयपुर के गुमगा के समीप कार व ट्रक की टक्कर में रायपुर के चार दोस्तों की मौत हो गई। एक युवक जीवन और मौत से संघर्ष कर रहा है। पिछले महीने दरिमा मार्ग पर ग्राम कंठी में बेकाबू स्कार्पियो ने सड़क किनारे लोगों को चपेट में ले लिया। दंपती सहित तीन लोगों की मौत हो गई। दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए। इन दुर्घटनाओं की समीक्षा में एक मजबूत तथ्य निकलकर सामने आया कि सरगुजांचल की चकाचक सड़कों पर सर्वाधिक हादसे हो रहें हैं। सड़कों का निर्माण तो करा दिया गया लेकिन सड़क सुरक्षा से संबंधित सूचना पटल या गति पर नियंत्रण के लिए कोई व्यवस्था नहीं हुई। सरगुजा की सर्वाधिक बदहाल और गड्ढों में तब्दील अंबिकापुर-रामानुजंगज मार्ग में दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या कम हो गई है। जर्जर सड़क के कारण वाहनों की गति नियंत्रित रहती है। धीमी गति के कारण हादसे भी कम हो गए हैं। यह अलग बात है कि जर्जर सड़क के कारण आवागमन कष्टप्रद हो गया है। यात्रा में समय और ईंधन भी अधिक लग रहा है। वाहनों में टूट – फूट बढ़ गई है। लेकिन दुर्घटनाओं के मामले में जिले की खस्ताहाल सड़कें ज्यादा सुरक्षित महसूस होने लगी है।



Source link