लखनपुर विकासखंड के ग्राम तिरकेला कुरमेन के आश्रित ग्राम बरढोड़गापारा तक सड़क नहीं बनी है। इसी बस्ती में रहने वाले पारस मझवार की पत्नी बिनी मझवार को शनिवार दोपहर को प्रसव पीड़ा आरंभ हुई। स्वजन ने एंबुलेंस को फोन किया। सूचना पर एंबुलेंस ग्राम तिरकेला कुरमेन तक पहुंची।
By Asim Sen Gupta
Publish Date: Sat, 30 Nov 2024 11:37:03 PM (IST)
Updated Date: Sat, 30 Nov 2024 11:37:03 PM (IST)

HighLights
- सड़क नहीं होने के कारण मुश्किल में हैं ग्रामीण
- प्रचलित सड़क का मरम्मत भी नहीं
- गर्भवती महिला इस स्थिति में नहीं थी कि पैदल लंबी दूरी तय कर सके
नईदुनिया न्यूज, लखनपुर : सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड के दूरस्थ ग्राम से शनिवार को गर्भवती महिला को झेलगी में ढोकर ले जाने की एक और तस्वीर सामने आई। बस्ती तक एंबुलेंस नहीं पहुंची। गर्भवती महिला इस स्थिति में नहीं थी कि पैदल लंबी दूरी तय कर सके। स्वजन ने फिर पुरानी तरकीब अपनाई। झेलगी में महिला को बैठाया। रस्सी में झेलगी को बांध कर एक डंडे को फंसा दो लोग उसे कांधे पर उठाकर ले गए। रास्ते में एंबुलेंस खड़ी थी। परेशानियों के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में संस्थागत प्रसव के लिए लोगों में जागरूकता आई है।
लखनपुर विकासखंड के ग्राम तिरकेला कुरमेन के आश्रित ग्राम बरढोड़गापारा तक सड़क नहीं बनी है। इसी बस्ती में रहने वाले पारस मझवार की पत्नी बिनी मझवार को शनिवार दोपहर को प्रसव पीड़ा आरंभ हुई। स्वजन ने एंबुलेंस को फोन किय। सूचना पर एंबुलेंस ग्राम तिरकेला कुरमेन तक पहुंची। आगे सड़क खराब होने के कारण बरढोड़गापारा तक एंबुलेंस नहीं पहुंच सका। ऐसे में स्वजन ने झेलगी में गर्भवती महिला को बैठाया। वहां से एंबुलेंस तक ढोकर ले गए।एंबुलेंस के माध्यम से गर्भवती महिला को कुन्नी अस्पताल लाया गया। यहां स्वास्थ्य कर्मचारियों की उपस्थिति में गर्भवती महिला का प्रसव कराया गया। प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। प्रसव हेतु गर्भवती महिला को झेलगी में ले जाने का वीडियो वीडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हो रहा है। ग्रामीणों के द्वारा कई बार सड़क बनाने की मांग की गई लेकिन यह मांग आज तक अधूरी है। प्रचलित सड़क का सरपंच के द्वारा मरम्मत नहीं कराया गया जिसे लेकर ग्रामीणों में भी रोष व्याप्त है।
धूल से अंबिकापुरवासी बीमार न हों इसलिए वितरित किया मास्क
नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर : ठंड का यह सीजन स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद लाभप्रद माना जाता है। इस सीजन में अंबिकापुर शहर के गांधी चौक पर शनिवार को निश्शुल्क मास्क वितरण किया गया। पल भर में ढाई हजार मास्क का वितरण पूरा हो गया। आप सोच रहे होंगे कि इस सीजन में मास्क की क्या जरूरत पड़ गई? दरअसल अंबिकापुर शहर की अधिकांश सड़कें खस्ताहाल हो चुकी हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग हो या नगर निगम की सड़कें सभी टूटी और उधड़ी हुई हैं। इन सड़कों से धूल उड़ रहा है।धूल के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह बड़ा खतरा है। धूल से बचाव के लिए लोग जागरूक हों और मास्क का उपयोग करें,इस उद्देश्य को लेकर अजय अग्रवाल ने शहर के गांधी चौक पर मास्क वितरण किया। वे अपने साथ ढाई हजार मास्क लेकर गांधी चौक पहुंचे थे। चौक से होकर गुजर रहे लोगों को मास्क देकर उन्होंने मास्क का उपयोग करने आग्रह किया। मास्क वितरण के साथ यह संदेश भी दिया कि शहर में धूल ज्यादा है,इससे बचाव के लिए उपाय जरूरी है। धूल से बचाव में मास्क कारगर है। अजय अग्रवाल के पास वर्तमान में लगभग 25 हजार मास्क उपलब्ध हैं। इसके अलावा मास्क बनाने के लिए कपड़े भी उपलब्ध हैं। लोगों की जरूरत के हिसाब से ये इसका वितरण करते हैं।