रविवार अवकाश को देखते हुए दोस्तों के साथ घूमने की योजना बनी तो सभी ने मैनपाट जाना तय किया। रात लगभग 11 बजे संजू ने पिता को मैनपाट घूमने जाने की जानकारी दी। घर से निकलने से पहले रात को ही राहुल साहू के साथ मिलकर कार को साफ किया। हंसी खुशी सभी दोस्त रायपुर से रवाना हुए थे।
By Asim Sen Gupta
Publish Date: Mon, 02 Dec 2024 12:16:41 AM (IST)
Updated Date: Mon, 02 Dec 2024 12:16:41 AM (IST)

HighLights
- भीषण सड़क हादसे ने छिन ली चार परिवार की खुशियां
- शनिवार की रात लगभग 11 बजे सभी कार में सवार होकर हंसी -खुशी मैनपाट के लिए निकले थे
- कार की स्थिति ऐसी थी कि उसमें सवार पांचों लोगों को निकालना संभव ही नहीं था
नईदुनिया न्यूज, उदयपुर : अंबिकापुर – बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर उदयपुर के गुमगा के समीप सड़क दुर्घटना में चार दोस्तों की मौत ने स्वजन को झकझोर कर रख दिया है।शनिवार की रात लगभग 11 बजे सभी कार में सवार होकर हंसी -खुशी मैनपाट के लिए निकले थे। सुबह उनके हादसे की खबर आई तो स्वजन बेचैन हो उठे। इस दौरान जिस किसी ने भी मृतकों के स्वजन से संपर्क किया तो वे युवकों के स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी लेने का प्रयास करते रहे। उदयपुर पहुंचने के बाद उन्हें पता चला कि चार दोस्तों की मौत हो गई है और एक जीवन तथा मृत्यु से संघर्ष कर रहा है।
दुर्घटना में मृत संजू साहू रायपुर में जिम का संचालन करता था। रविवार अवकाश को देखते हुए दोस्तों के साथ घूमने की योजना बनी तो सभी ने मैनपाट जाना तय किया। रात लगभग 11 बजे संजू ने पिता को मैनपाट घूमने जाने की जानकारी दी। घर से निकलने से पहले रात को ही राहुल साहू के साथ मिलकर कार को साफ किया। हंसी खुशी सभी दोस्त रायपुर से रवाना हुए थे। एक दिन मैनपाट में घूमने के बाद रायपुर वापस लौटना था क्योंकि सभी कामकाजी थे। वे ज्यादा दिन की छुट्टी लेकर भी नहीं निकले थे। भोर में लगभग पांच-साढ़े पांच बजे गुमगा के समीप तेज आवाज सुनकर सड़क किनारे रहने वाले लोग बाहर निकले तो भीषण दुर्घटना का पता चला। कार की स्थिति ऐसी थी कि उसमें सवार पांचों लोगों को निकालना संभव ही नहीं था।
चार की तो मौके पर ही मौत हो गई थी।एक गंभीर रूप से घायल हो गया था। हादसे की सूचना मिलते ही उदयपुर से थाना प्रभारी निरीक्षक कुमारी चंद्राकर, उप निरीक्षक आभाष मिंज , प्रधान आरक्षक बरदान लकड़ा, सुमार साय राजनाथ तिर्की, आरक्षक दिनेश यादव देवेंद्र सिंह, नंदलाल सिंह मौके पर पहुंच गए थे। उदयपुर से गैस कटर के साथ मैकेनिक को बुलाया गया। गैस कटर से कार के क्षतिग्रस्त हिस्से को काटा गया।तब जाकर मृतकों के शव को बाहर निकाला जा सका। राहत और बचाव कार्य में उदयपुर के सेवाभावी लोगों ने भी मदद की। देर शाम एंबुलेंस से मृतकों के शवों को रवाना किया गया।
जब तक लोग पहुंचते भाग गया था ट्रक चालक
उदयपुर के गुमगा के समीप जहां रविवार भोर में हादसा हुआ वहां पर मोड़ है। दोनों ओर से सड़क में ढलान भी है। चकाचक सड़क के कारण वाहनों की गति काफी अधिक रहती है। घटना के थोड़ी देर बाद ही रायपुर से अंबिकापुर की ओर एक यात्री बस भी जा रही थी। आसपास रहने वाले लोग भी घरों से बाहर निकल रहे थे। उसके पहले ही ट्रक के चालक ने अपने वाहन को पीछे कर लिया था। मौका देखकर वह तत्काल मौके से भाग निकला। इस मार्ग के नवनिर्माण के बाद हादसों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। अंबिकापुर से लखनपुर – उदयपुर होते तारा तक अक्सर हादसे हो रहे हैं।