छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित गांवों में मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बलरामपुर जिले के सामरी थाना क्षेत्र में मतदान केंद्रों पर लोगों की लंबी कतारें दिखीं। नक्सलियों के प्रभाव वाले इन गांवों में मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से हुई।
By Prashant Pandey
Publish Date: Mon, 17 Feb 2025 01:55:46 PM (IST)
Updated Date: Mon, 17 Feb 2025 02:50:57 PM (IST)

HighLights
- नक्सल प्रभावित गांवों में मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद।
- मतदान के लिए लोगों की लंबी कतार दिखी, शांतिपूर्ण तरीके से हुई प्रक्रिया।
- प्रशासन ने मतदान केंद्रों पर व्यवस्थाएं की हैं, मतगणना भी यहीं होगी।
नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर(Chhattisgarh Panchayat Chunav 2025)। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले का सामरी थाना क्षेत्र पूर्व के वर्षों में नक्सल गतिविधियों के लिए जाना जाता था। उस दौर में इस क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में नक्सलियों के भय से लोग लोकतंत्र के पर्व में भागीदारी सुनिश्चित करने से डरते थे। प्रशासन भी मतदान के दिन ही कर्मचारियों को भेजता था।
किसी तरह मतदान की औपचारिकता पूरी कर कर्मचारी वापस लौट जाते थे। दो गांव ऐसे थे जहां मतदान केंद्र भी दूर बनाया जाता था लेकिन अब परिस्थिति बदल गई है। इस चुनाव में गदामी, चुनचुना, पुंदाग, जलजली, कुदाग, नवाडीह खुर्द जैसे गांवों में अब एक दिन पहले ही मतदान कर्मचारी पहुंच गए थे।
नक्सलियों ने पोस्टर भी लगाया था
झारखंड के बूढ़ा पहाड़ से लगे इन गांवों में पिछले दिनों नक्सलियों के नाम पर पोस्टर भी चस्पा किया गया था लेकिन भयमुक्त माहौल में मतदान करने ग्रामीण उत्सुक है। सोमवार को इन गांवों में मतदाताओं की लंबी कतार देखने को मिली। सुबह से नक्सल प्रभावित इन गांवों के मतदान केंद्रों में उत्सव का माहौल रहा।
मतदान के लिए पहुंचे ग्रामीण
भयमुक्त माहौल में गांव वाले मतदान के लिए घरों से बाहर निकले। छोटे-छोटे बच्चों को लेकर महिलाएं सुबह से मतदान केंद्रों के बाहर मतदान के लिए अपनी बारी की प्रतीक्षा करते रहे।
मतदान के बाद मतगणना भी यहीं की जाएगी। बता दें ये क्षेत्र बलरामपुर जिले के कुसमी ब्लाक में आते है। यहां त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पहले चरण में मतदान हुआ। पुलिस और सुरक्षा बल भी सतर्क हैं।