यह राह नहीं आसान… बिलासपुर के ट्रैफिक सिग्नल पर आवारा मवेशियों की टेढ़ी चाल

Author name

March 19, 2025


शहर के सत्यम चौक, अग्रसेन चौक, सीएमडी चौक, तारबाहर, व्यापार विहार, भारतीय नगर, मगरपारा चौक, जरहाभाठा चौक, नेहरू चौक, गांधी चौक, गोलबाजार, पुराना बस स्टैंड, शिव टाकीज चौक, महाराणा प्रताप चौक, गुरुनानक चौक, सीपत चौक और राजकिशोर नगर चौक पर अक्सर मवेशी दिखते हैं।

By Shashank Shekhar Bajpai

Publish Date: Mon, 17 Mar 2025 03:51:19 PM (IST)

Updated Date: Mon, 17 Mar 2025 03:51:19 PM (IST)

यह राह नहीं आसान… बिलासपुर के ट्रैफिक सिग्नल पर आवारा मवेशियों की टेढ़ी चाल
सत्यम चौक में ट्रैफिक सिग्नल के पास विचरण करता मवेशी, इससे राहगीरों को हर समय रहता है खतरा।

HighLights

  1. मवेशियों के अचानक बीच में आ जाने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
  2. कई बार बाइक सवार मवेशियों की वजह के गिरकर घायल भी हो चुके हैं।
  3. नगर निगम और यातायात विभाग की अनदेखी से समस्या नहीं हो रही हल।

धीरेंद्र सिन्हा, बिलासपुर। शहर की सड़कों पर मवेशियों की अनियंत्रित आवाजाही ने यातायात व्यवस्था को अव्यवस्थित कर दिया है। स्थिति यह है कि प्रमुख चौक-चौराहों पर सिग्नल के दौरान वाहन चालक फंस जाते हैं। मवेशियों के अचानक बीच में आ जाने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

वाहन चालकों को हर समय सतर्क रहना पड़ता है, क्योंकि किसी भी क्षण मवेशी अचानक सामने आ सकते हैं। सबसे ज्यादा समस्या उन इलाकों में है, जहां ट्रैफिक का दबाव अधिक रहता है। सत्यम चौक, गोलबाजार, मां महामाया चौक में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है।

नगर निगम और यातायात विभाग की अनदेखी से समस्या विकराल होती जा रही है। शहर के सत्यम चौक, अग्रसेन चौक, सीएमडी चौक, तारबाहर, व्यापार विहार, भारतीय नगर, मगरपारा चौक, जरहाभाठा चौक, नेहरू चौक, गांधी चौक, गोलबाजार, पुराना बस स्टैंड, शिव टाकीज चौक, महाराणा प्रताप चौक, गुरुनानक चौक, सीपत चौक और राजकिशोर नगर चौक पर अक्सर मवेशी दिखते हैं।

रेलवे परिक्षेत्र में भी यह समस्या लगातार बनी हुई है, जहां हरियाली के कारण मवेशी रातभर टहलते रहते हैं। समय रहते यदि इस ओर ध्यान नहीं दिया गया, तो किसी दिन बड़ी दुर्घटना होगी और लोगों को जान भी गंवानी पड़ सकती है।

naidunia_image

naidunia_image

निगम व यातायात विभाग जिम्मेदार

शहर की सड़कों पर मवेशियों की भरमार के लिए नगर निगम और यातायात विभाग की लापरवाही जिम्मेदार मानी जा रही है। निगम द्वारा समय-समय पर मवेशियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाने की बात कही जाती है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि मवेशी बेखौफ सड़कों पर विचरण करते रहते हैं।

यातायात पुलिस भी इस समस्या से निपटने में पूरी तरह असफल साबित हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन ठोस कदम उठाए तो इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।

समस्या से निपटने यह सुझाव

नगर निगम को मवेशियों को पकड़ने के लिए नियमित अभियान चलाना चाहिए।

मवेशी मालिकों पर जुर्माने की राशि बढ़ाकर सख्ती से नियमों का पालन करवाए।

सीसीटीवी कैमरे से मवेशी छोड़ने वालों की पहचान कर उन पर जुर्माना करें।

मवेशियों को रखने उचित स्थान बनाए जाएं, जहां वे सुरक्षित रह सकें।

रेलवे परिक्षेत्र में मवेशियों की आवाजाही को नियंत्रित करने अधिकारी ठोस प्लान बनाएं।

यह भी पढ़ें- युवाओं को पायलट बनाएगी सरकार, CM साय ने जशपुर में विमान उड़ान प्रशिक्षण का किया शुभारंभ

जल्द उठाएंगे ठोस कदम

मवेशियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई है। शहर में खुले घूम रहे मवेशियों को चिह्नित कर संबंधित मालिकों पर जुर्माना लगाया जाएगा। जल्द ही हम शहर को मवेशी मुक्त बनाने के लिए ठोस कदम उठाएंगे। -अमित कुमार, आयुक्त नगर निगम

बिगड़ रही यातायात व्यवस्था

शहर के बुधवारी बाजार मेन रोड, तारबाहर-गिरजा चौक मार्ग और अन्य व्यस्त मार्गों पर मवेशियों के कारण कई बार सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। 12 खोली चौक के पास तो मवेशी पूरी सड़क को ही कब्जा कर लेते हैं। तेज रफ्तार वाहनों के बीच मवेशियों के अचानक आ जाने से कई बार बाइक सवार गिरकर घायल हो जाते हैं।

यह भी पढ़ें- रायपुर में सड़क पर सज रहे अवैध बाजार, नालियों पर व्यापारियों का कब्जा

कार और आटो चालकों के लिए यह स्थिति और अधिक चुनौतीपूर्ण हो जाती है। ब्रेक लगाते ही पीछे चल रहे वाहन के टकराने का खतरा बना रहता है।



Source link