कोतवाली सीएसपी अक्षय प्रमोद सबद्रा ने बताया कि तोरवा क्षेत्र के देवरीखुर्द में अवैध बांग्लादेशी युवक के रहने की सूचना मिली थी। दबिश देकर पुलिस ने बांग्लादेश के जशोर जिला के ग्राम तोरफ नोआपारा में रहने वाले 20 साल के हृदोय कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया है।
By Shashank Shekhar Bajpai
Publish Date: Tue, 18 Mar 2025 03:31:05 PM (IST)
Updated Date: Tue, 18 Mar 2025 03:31:05 PM (IST)

HighLights
- पॉक्सो एक्ट, विदेशी लड़की को जबरन लाने व पासपोर्ट एक्ट का मामला।
- शादी का झांसा देकर अपने गांव से लड़की को साथ लेकर आया था आरोपी।
- स्थानीय मददगार ने बिलासपुर के टेंट हाउस में दिलाया था युवक को काम।
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। बांग्लादेश में रहने वाला युवक अपने ही गांव की नाबालिग को भगाकर ले आया। बिलासपुर में वह देवरीखुर्द में किराए का मकान लेकर टेंट हाउस में काम कर रहा था। इसकी सूचना पर पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपित युवक के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और विदेशी लड़की को जबरन लाने और पासपोर्ट अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। कोतवाली सीएसपी अक्षय प्रमोद सबद्रा ने बताया कि तोरवा क्षेत्र के देवरीखुर्द में अवैध बांग्लादेशी युवक के रहने की सूचना मिली थी।
इस पर पुलिस ने देवरीखुर्द के नहरपारा में दबिश देकर बांग्लादेश के जशोर जिला अंतर्गत ग्राम तोरफ नोआपारा में रहने वाले 20 साल के हृदोय कुमार शर्मा को पकड़ लिया। पूछताछ में युवक ने बताया कि वह बांग्लादेश में ही रहने वाली नाबालिग को शादी का झांसा देकर अपने साथ लाया है।
यहां पर वह एक साल से किराए के मकान में रहकर एक टेंट हाउस में काम कर रहा है। आरोपित से नाबालिग से शादी करके अपने साथ रखा था। पूछताछ के बाद आरोपित के खिलाफ बीएनएस की धारा 141, 143, 143(4), 64(2)(एम) और 4, 6 पॉक्सो एक्ट और पासपोर्ट अधिनियम 1946 की धारा 14ए(बी) के तहत कार्रवाई की गई है।
बिना दस्तावेज के मिला किराये का घर
बांग्लादेश से भागकर किसी तरह आरोपित पश्चिम बंगाल पहुंचा। वहां से अपने परिचित के माध्यम से बिलासपुर पहुंच गया। यहां पश्चिम बंगाल के कई लोग सालों से देवरीखुर्द क्षेत्र में रह रहे हैं। बंगलाभाषी होने के कारण उसे यहां पर एक झोपड़ी किराए पर मिल गई।
साथ ही उसे टेंट हाउस में काम भी दिला दिया गया था। इस दौरान उसने अपने परिचित के नाम पर एक मोबाइल सिम भी हासिल कर लिया। इससे वह अपने परिवारवालों के संपर्क में था। उसके परिवार के सदस्य बांग्लादेश में ही रह रहे हैं।
बड़ी संख्या में रहते हैं बंगलाभाषी
तोरवा थाना प्रभारी अभय सिंह बैस ने बताया कि आरोपित युवक एक साल पहले यहां पर आया था। देवरीखुर्द के नहरपारा में बड़ी संख्या में बंगलाभाषी रहते हैं। सभी लंबे समय से यहां पर रहकर रोजी मजदूरी करते हैं। कई लोगों ने यहां पर मकान भी बना लिया है।
इन्हीं में से एक ने युवक को मकान उपलब्ध कराया। साथ ही उसे मोबाइल सिम दिलाया। यहां पर काम दिलाने में भी उसकी मदद की गई। युवक के पास भारतीय दस्तावेज नहीं थे। उसके पास बांग्लादेश का जन्म प्रमाण पत्र मिला है। इसे जब्त कर लिया गया है।
एनजीओ के माध्यम से मिली सूचना
सीएसपी अक्षय प्रमोद सबद्रा ने बताया कि बांग्लादेश में नाबालिग के अपहरण की शिकायत दर्ज है। वहां कार्यरत एक एनजीओ के लोगों ने नागपुर स्थित फ्रीडम फर्म नाम के सामाजिक संस्था से संपर्क किया। साथ ही युवक की जानकारी उपलब्ध कराई।
इसके बाद एनजीओ के सदस्य रविवार को बिलासपुर पहुंचे। यहां पुलिस के अधिकारियों से संपर्क कर पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद तोरवा पुलिस की टीम ने देवरीखुर्द में दबिश देकर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।