मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर का है। राकेश खरे का दवाई और सर्जिकल आयटम सप्लाई का काम है। 2021 में उनकी मुलाकात असम के नरेंद्र सिन्हा से हुई ती, जिसने खुद को दिमा हसाओ के काउंसिल का मेंबर बताया था।
By Arvind Dubey
Publish Date: Wed, 12 Mar 2025 01:22:24 PM (IST)
Updated Date: Wed, 12 Mar 2025 01:22:24 PM (IST)

HighLights
- बड़ा ऑर्डर मिलने के लालच में दिया एडवांस
- चार साल तक आरोपी करता रहा टालमटोल
- पुलिस में केस दर्ज, आरोपी की तलाश जारी
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर: तिफरा की आर्या कॉलोनी में रहने वाले व्यवसायी को दवाइयां और सर्जिकल सामान की सप्लाई का झांसा देकर 3 करोड़ 15 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। व्यवसायी की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।
तिफरा के आर्या कॉलोनी में रहने वाले राकेश खरे दवाई और सर्जिकल आयटम के सप्लायर हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि 2021 में असम के गुवाहाटी में रहने वाले नरेंद्र सिन्हा से मुलाकात हुई थी। उसने खुद को दिमा हसाओ के काउंसिल का मेंबर बताया। साथ ही व्यापार में राकेश की मदद करने की बात कही।
उसी साल मई में नरेंद्र ने दिमा हसाओ से फेस मास्क, पीपीई किट, ग्लब्स के ऑर्डर की कॉपी भेजी। यह ऑर्डर 14 करोड़ का था। उसने गुवाहाटी में विवेक फुकान, हिरेंद्र सिन्हा से मुलाकात कराते हुए उन्हें फेस मास्क, पीपीई किट, ग्लब्स का सप्लायर बताया। इनसे खरीदी करने के लिए एडवांस देने के लिए कहा।
बड़ा ऑर्डर मिलने की उम्मीद पर राकेश ने विवेक फुकान और हिरेंद्र सिन्हा की फर्म को अलग-अलग कर 3 करोड़ 15 लाख रुपये एडवांस भुगतान कर दिया। इधर व्यवसायी को न तो दिया हसाओ से कोई ऑर्डर मिला, न ही उन्हें सामान की सप्लाई की गई।