बिलासपुर की युवती को एसईसीएल में नौकरी दिलाने के नाम पर एक ठग ने 20 लाख रुपए की ठगी की है। रुपये देने के बाद जब पीड़िता ने नौकरी दिलवाने का दबाव डाला तो आरोपित ने फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर बनाकर वॉट्सऐप पर भेज दिया। धोखाधड़ी का खुलासा होने पर पीड़ित पक्ष ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।
By Roman Tiwari
Edited By: Roman Tiwari
Publish Date: Thu, 12 Jun 2025 03:21:29 PM (IST)
Updated Date: Thu, 12 Jun 2025 05:54:54 PM (IST)

HighLights
- नौकरी दिलवाने के नाम पर 20 लाख की ठगी
- युवती को दिया एसईसीएल का फर्जी नियुक्ति पत्र
- अपराध दर्ज कर मामले की जांच में जुटी पुलिस
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर: युवती को एसईसीएल में नौकरी दिलाने के नाम पर 20 लाख की ठगी कर ली गई। उसे भरोसा दिलाने के लिए वॉट्सऐप पर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी दिया गया। जब युवती और उसके पिता एसईसीएल मुख्यालय पहुंचे तो उन्हें धोखाधड़ी की जानकारी मिली। पीड़ित ने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की है। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।
जानकारी के अनुसार, सिविल लाइन क्षेत्र में रहने वाले एमए सिद्दीकी शिक्षा विभाग में क्लर्क हैं। उनकी पोस्टिंग गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के बेलपत स्थित स्कूल में है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी सिविल इंजीनियर है। बेटी की नौकरी एसईसीएल में लगवाने के लिए उनसे अफसर खान उर्फ राजा ने मोबाइल पर संपर्क किया था। उसने खुद को डीएसपी बताया था। बेटी की नौकरी के लिए तीन साल पहले उन्होंने अफसर खान को रुपये दिए थे।
यह भी पढ़ें: ठगी के नए तरीके से हो जाएं सावधान…बिना ऑर्डर के Cash on Delivery पार्सल भेजकर कर रहे फ्रॉड
इसके बाद अलग-अलग बहानों से वह रुपये मांगने लगा। क्लर्क का बेटा वेटनरी कालेज डूंगरपुर राजस्थान में पढ़ाई कर रहा है। उसका ट्रांसफर दुर्ग के अंजोरा स्थित वेटनरी कालेज में कराने के नाम पर भी रुपये मांगे। धीरे-धीरे उसने करीब 20 लाख रुपये ले लिए। जब नौकरी के लिए क्लर्क ने दबाव बनाया तो उसने फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दे दिया। जब उन्होंने एसईसीएल मुख्यालय में संपर्क किया तो फर्जीवाड़े की जानकारी मिली। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
यह भी पढ़ें: मुफ्त इलाज, शिक्षा और नौकरी का प्रलोभन देकर मतांतरण की कोशिश, दो गिरफ्तार
मेडिकल कॉलेज में सीट दिलाने के नाम पर 10.50 लाख की धोखाधड़ी
दंतेवाड़ा जिले के बचेली थाना क्षेत्र में शासकीय मेडिकल संस्थान में सीट दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले आरोपित को मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। थाना बचेली में प्रणव कुमार मजूमदार की पुत्री को शासकीय मेडिकल संस्थान सीपीए में भर्ती कराने के नाम पर आरोपित सचिन उत्तरकर और शंकर मानवतकर ने झांसे में लेकर 10.50 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना लिया गया है। विवेचना में पता चला कि आरोपित सचिन ठगी के अन्य मामले में जिला जेल इंदौर में निरुद्ध है। मुख्य आरोपित सचिन को थाना बचेली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।