एनएसएस कैंप में विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र का प्रलोभन देकर जबरन नमाज पढ़वाने की शिकायत मिलने पर हिंदू संगठन के सदस्यों ने विरोध करना शुरू कर दिया। वंदे मातरम मित्र मंडल समेत अन्य संगठन के लोगों ने विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया। साथ ही थाने में आवेदन देकर मामले में कार्रवाई की मांग की।
By Navodit Saktawat
Publish Date: Thu, 01 May 2025 08:24:55 PM (IST)
Updated Date: Thu, 01 May 2025 11:49:16 PM (IST)

HighLights
- एनएसएस के कैंप में हिंदू छात्रों को पढ़वाई गई थी नमाज, कोनी थाने में दर्ज है मामला।
- पुलिस ने आरोपित प्रोफेसर को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई है।
- कैंप में नमाज पढ़वाने की जानकारी लगते ही हिंदू संगठन के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। कोटा क्षेत्र के शिवतराई में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के एनएसएस कैंप के दौरान छात्रों को नमाज पढ़ाने के मामले में कोटा पुलिस की टीम रात तीन बजे विश्वविद्यालय के प्रोफेसर को घर से उठा लाई है। प्रोफेसर से घटना के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
कोटा क्षेत्र के शिवतराई में एनएसएस कैंप के दौरान विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र देने का प्रलोभन देकर नमाज पढ़वाने के मामले में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर दिलीप झा, डा मधुलिका सिंह, डा ज्योति वर्मा, डा नीरज कुमारी, डा प्रशांत वैष्णव, डा सूर्यभान सिंह, डा बसंत कुमार और टीम कोर लीडर आयुष्मान चौधरी आरोपित हैं। मामले की जांच के दौरान कोटा पुलिस ने प्रोफेसर दिलीप झा को गुरुवार के तड़के तीन बजे उनके घर से हिरासत में लेकर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपित प्रोफेसर को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई है।
क्या है पूरा मामला
- गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के एनएसएस विंग का कोटा के शिवतराई में सात दिवसीय शिवर 26 मार्च से एक अप्रैल तक लगाया गया था।
- आरोप है कि 31 मार्च की सुबह कैंप में मौजूद प्रोफेसरों और टीम लीडर ने सभी छात्र-छात्राओं को एकत्र कर नमाज पढ़वाई। साथ ही छात्रों को प्रमाण पत्र देने का प्रलोभन दिया गया।
- कैंप से लौटकर कुछ छात्रों ने इसकी शिकायत विश्वविद्यालय प्रबंधन से की। इधर कैंप में नमाज पढ़वाने की जानकारी लगते ही हिंदू संगठन के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
- इसके बाद कोनी पुलिस ने शून्य में मामला दर्ज कर केस डायरी कोटा पुलिस को सौंप दी। अब पूरे मामले की जांच कोटा पुलिस कर रही है।
नोटिस का नहीं दिया जवाब, तब की गई कार्रवाई
- एएसपी अर्चना झा ने बताया कि केस डायरी मिलने के बाद मामले में शामिल सभी आरोपित को नोटिस जारी कर थाने तलब किया गया।
- नोटिस मिलने पर आरोपित डा मधुलिका सिंह, ज्योति वर्मा, नीरज कुमारी, डा प्रशांत वैष्णव, डा सूर्यभान सिंह, डा बसंत कुमार और टीम कोर लीडर आयुष्मान चौधरी ने पुलिस को अपना जवाब पेश किया।
- इधर प्रोफेसर दिलीप झा ने पुलिस की नोटिस को नजरअंदाज किया।
- जांच में सहयोग नहीं करने पर पुलिस ने आरोपित प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया है।
- अन्य आरोपित का जल्द ही बयान लिया जाएगा। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
हिंदू संगठन के विरोध के बाद हुआ जुर्म दर्ज
- इसी मामले को लेकर वंदे मातरम मित्र मंडल के पदाधिकारी राज्यपाल रमेन डेका से मुलाकात करेंगे।
- इधर, विरोध बढ़ता देख पुलिस की ओर से विश्वविद्यालय प्रबंधन से जांच कराने कहा।
- इसके बाद पुलिस ने छात्रों की शिकायत के आधार पर जुर्म दर्ज कर लिया। छात्रों का बयान लेकर कोनी पुलिस ने मामले को कोटा थाने भेजा है।