CM विष्णुदेव साय शुक्रवार को नारायणपुर जिला पहुंचे। यहां BSF के कैम्प में BSF, CRPF और स्टेट पुलिस के उन जवानों से CM ने मुलाकात की, जो बीजापुर के नक्सल ऑपरेशन में शामिल थे। इसी टीम ने 27 नक्सलियों समेत सबसे बड़े माओवादी लीडर बसवा राजू हो मार गिराया ह
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इस मुलाकात में एक मोमेंट ऐसा भी आया जब CM ने जवानों के माथे पर विजय तिलक लगाया। पहली बार मुख्यमंत्री ने जवानों के बीच ही चौपाल लगाई, जनता की समस्याएं सुनीं और जन सुविधा से जुड़ी घोषणाएं भी कीं।
विष्णु देव साय ने कहा कि, हमारे जवानों का हौसला दुर्गम पहाड़ों से भी ऊंचा है। नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में हमारे जवानों ने अदभुत, साहस, शौर्य और पराक्रम का परिचय दिया है। जवानों के बुलंद हौसलों से अब वह दिन दूर नहीं जब बस्तर से नक्सलवाद का नामोनिशान मिट जाएगा।

27 नक्सलियों को मार गिराने वाले जवानों की हौसला-अफजाई की
मुख्यमंत्री साय ओरछा ब्लॉक के ग्राम बासिंग स्थित बीएसएफ कैम्प पहुंचे, जहां पर उन्होंने 21 मई को डीआरजी-बीएसएफ और जिला बल के द्वारा माओवादियों के खिलाफ नारायणपुर, दंतेवाड़ा और बीजापुर की सरहदी पहाड़ियों में चलाए गए नक्सल विरोधी ऑपरेशन में 27 नक्सलियों को मार गिराने वाले जवानों की हौसला-अफजाई की।
उन्होंने बासिंग कैम्प में जवानों से कहा कि, यह माओवाद के विरूद्ध अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। जिसमें सुरक्षा बलों ने हार्डकोर माओवादी बसवा राजू सहित 27 नक्सलियों को मार गिराया है। मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और वन मंत्री केदार कश्यप, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह भी बासिंग पहुंचे।

गश्त बाइक को दिखाई हरी झंड़ी
मुख्यमंत्री ने सुरक्षा बल के जवानों की 50 बाइक को हरी झंडी दिखाकर गश्त करने के लिए रवाना किया। जवानों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि, सुरक्षा बलों ने जिस तरह उच्च स्तरीय रणनीति बनाकर ऑपरेशन को अंजाम दिया और कामयाबी हासिल की वह काबिले-तारीफ है।
फोर्स के इस अदम्य साहस और शौर्य को नमन है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, अब वह दिन दूर नहीं जब बस्तर के माथे से माओवाद का कलंक पूरी तरह से मिट जाएगा।

2026 तक देश से नक्सल समस्या खत्म होगी
CM ने आगे कहा कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक देश से नक्सल समस्या को समूल समाप्त करने का संकल्प लिया है, वह पूरा होता नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री साय ने आगे कहा कि वह दिन दूर नहीं जब बस्तर अंचल छत्तीसगढ़ के विकास से पूरी तरह जुड़ जाएगा।
उन्होंने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि बस्तर के अंदरूनी इलाके, जहां कुछ साल पहले तक जाना भी संभव नहीं था, वहां अब शिक्षा, स्वास्थ्य, जनकल्याणकारी कार्यक्रमों के क्रियान्वयन और निर्माण कार्यों में अब गति आएगी।

सकारात्मक बदलाव अब बस्तर में दिखने लगा
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, माओवाद प्रभावित क्षेत्रों को शासन की योजनाओं से जोड़ने नियद नेल्लानार, पीएम जनमन जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसका सकारात्मक बदलाव अब बस्तर में दिखने लगा है। माओवाद की समाप्ति के साथ ही बस्तर विकास की ओर तेजी से बढ़ेगा। उन्होंने ऑपरेशन में शामिल सभी जवानों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए उनकी बहादुरी के लिए बधाई दी।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि इस ऑपरेशन और जवानों की बड़ी और ऐतिहासिक सफलता की सराहना राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी हो रही है। उन्होंने कहा कि अब बस्तर में बड़ा और सकारात्मक परिवर्तन होने जा रहा है जो विकास और प्रगति की राह पर बस्तर को ले जाएगा।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने जवानों को एलईडी सेट और गिफ्ट हैम्पर भेंट किए। इस अवसर पर ऑपरेशन में शामिल जवानों ने की गई तैयारियों और रणनीति की जानकारी मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को दी। इसके पहले, जवानों ने मुठभेड़ के बाद माओवादियों से रिकवर किए गए हथियारों का प्रदर्शन किया, जिसमें बीजीएल लॉन्चर, 12 बोर बंदूक, 303 बंदूक, 7.62 रायफल, 5.56 एमएम इंसास, एके-47, 9 एमएम कार्बाइन सहित विभिन्न प्रकार के हथियार सम्मिलित थे।
फिर लगी CM की चौपाल
चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने पारंपरिक साफा और कलगी पहनाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। समर कैम्प में प्रशिक्षण प्राप्त युवतियों ने स्वहस्तनिर्मित गुलदस्ते भेंट किए। मुख्यमंत्री ने कक्षा 10वीं के मेधावी छात्रों को सम्मानित किया और हॉफ मैराथन विजेता छात्र को प्रोत्साहित किया।
मुख्यमंत्री ने महतारी वंदन योजना की समीक्षा की और कहा कि कोई भी पात्र महिला इस योजना से वंचित नहीं रहेगी। ग्रामवासी महेश्वरी दुग्गा और मनकाय ने योजना के लाभ साझा करते हुए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।

सीएम ने की यह घाषणाएं
- मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की मांग पर मुरहापदर में पुलिया निर्माण के लिए 20 लाख रुपए।
- बासिंग में खेल मैदान और बालक आश्रम/शाला मरम्मत के लिए 20 लाख।
- मुरहापदर और एहनार में आंगनबाड़ी भवन के लिए 24 लाख।
- बासिंग में हाट बाजार से बस्ती तक सीसी सड़क के लिए 25 लाख।
- कुंदला, बासिंग और मुरहापदर में नवीन घोटूल के लिए 15 लाख।
- ओरछा में आदिवासी विकास विभाग द्वारा 8 करोड़ की लागत से निर्मित 250 सीटर छात्रावास भवन, जल आपूर्ति एवं विद्युतीकरण कार्य का लोकार्पण भी किया।
