बेजा कब्जा को हटाती निगम की टीम और कब्जा करवाने खड़े भाजपा नेता
भिलाई में जुनवानी क्षेत्र अंतर्गत ईएसआईसी हॉस्पिटल के सामने शासकीय जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। यहां भाजपा और कांग्रेस के नेता शासकीय जमीन पर कब्जा करने पहुंचे थे। बाद में निगम की टीम बुलडोजर लेकर पहुंची और उस जमीन को शासकीय बताते हुए उस
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मामला स्मृति नगर चौकी क्षेत्र अंतर्गत खसरा नबंर 541 का है। यह जमीन शासकीय नजूल भूमि है। अतिरिक्त तहसीलदार दुर्ग ने बताया कि इस जमीन में कांग्रेस नेता बृजेश शर्मा और भाजपा के साथ खड़े होकर अनिल अग्रवाल पिता घनपत अग्रवाल अपना दावा कर रहे थे। बृजेश शर्मा ने जहां इस जमीन में मुरुम डालकर सड़क बनानी चाही, तो अनिल अग्रवाल ने बकायदा प्रिकास्ट बाउंड्री करवा दी।

भाजपा नेताओं ने खड़े होकर कराया था शासकीय जमीन पर कब्जा
दोनों ने मिलकर ग्राम जुनवानी पटवारी हल्का नबंर 43 खसरा नबंर 541 की ढाई करोड़ से अधिक कीमत की 8000 वर्गफिट जमीन पर कब्जा करना चाहा। हालत यह रही की दोनों पार्टी अपने अपने कागजात लेकर स्मृति नगर चौकी पहुंचे। वहां जमकर हंगामा हुआ। स्मृति नगर चौकी पुलिस भी इनके बहकावे में आ गई और मौके पर खड़े होकर प्रिकास्ट तक करवा डाला।

निगम की टीम ने बुलडोजर चलाकर तोड़ा अतिक्रमण
निगम आयुक्त ने चलवा दिया बुलडोजर
8000 वर्गफिट की की जमीन पर हुए प्रिकास्ट बाउंड्री को तोड़ने के लिए निगम आयुक्त राजीव पाण्डेय ने बुलडोजर भेज दिया। निगम के बुलडोजर ने पूरी जमीन के प्रिकास्ट को तोड़ दिया है। इस कार्रवाई के दौरान दौरान जोन 1 प्रभारी सहायक राजस्व अधिकारी प्रशन्न तिवारी, राजस्व निरीक्षक नजूल मीनू सिंह, सुपरवाईजर ईमान सिंह कनौजे, निरंजन असाटी, तोड़फोड़ दस्ता प्रभारी हरिओम गुप्ता, सहायक राजस्व निरीक्षक शशांक सिंह, मंगल जांगड़े, राजेन सिंह, विष्णु सोनी, गौरकरण कुर्रे, खेमराज आदि उपस्थित रहे।

स्मृतिस नगर पुलिस के सामने हुआ था बेजा कब्जा
भाजपा नेता समर्थकों ने खड़े होकर कराई थी बाउंड्री
इस शासकीय जमीन में कब्जा करने के लिए अनिल अग्रवाल की तरफ बड़ी संख्या में भाजपा नेता के लड़के खड़े हुए थे। शैलेन्द्र सिंह, कुबेर शर्मा, अंकुर शर्मा, रिंकू, गाबू, नंदू और सोनू वहां पूरी दोपहर खड़े रहे। उन्होंने ना सिर्फ पुलिस महकमें में दबाव बनाया, बल्कि खड़े होकर शासकीय जमीन में प्रकास्ट होने दिया। यदि निगम इस जमीन से बेजा कब्जा खाली नहीं कराता तो ये फर्जी तरीके से कब्जा करके दूसरे को बेच दी जाती।