
तीन करोड़ से बना झीरम स्मारक खंडहर लाइट-नेम प्लेट में तोड़फोड़, दीवारों पर छेद
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बस्तर जिले के दरभा के झीरम घाटी में वर्ष 2013 में 25 मई के दिन नक्सलियों ने कांग्रेस पार्टी के परिवर्तन यात्रा से लौट रहे काफिले को निशाना बनाया था। इस हमले में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के सारे शीर्ष नेता मारे गये थे। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद वर्ष 2022 में जगदलपुर शहर के लालबाग मैदान में एक शहीद स्मारक बनवाया गया था।
इस स्मारक की लागत लगभग 3 करोड़ रुपए थी और इसे झीरम स्मारक का नाम दिया गया। यहां हमले में मारे गये नेताओं की प्रतिमा नाम सहित लगाई गई। इस स्मारक को बनाने का उद्देश्य यह था कि देश और दुनिया से बस्तर आने वाले लोगों को इस शहादत की जानकारी मिल सके, लेकिन करोड़ों रुपये की लागत से बनाया गया यह स्मारक खंडहर होता जा रहा है।
स्मारक में लगी लाइटों, मूर्तियों और उनके नेम प्लेटों में तोड़फोड़ के निशान पाए गए हैं और कई मूर्तियों के निचले हिस्से को भी नुकसान पहुंचाया गया है। स्मारक के बनने के बाद से इसके निर्माण में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहते हैं और अब जब कुछ समय में ही स्मारक खंडहर हो गया तो इन आरोपों को बल मिल रहा है।