MLA Usendi gave strict instructions to the officials | विधायक उसेंडी ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश: कोंडागांव में विकास कार्यों की गुणवत्ता से समझौता नहीं; 244 प्राइमरी स्कूल में अतिरिक्त शिक्षक नियुक्त – Kondagaon News

Author name

June 13, 2025


कोंडागांव में विधायक एवं बस्तर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने नगर पालिका परिषद के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में नगरीय क्षेत्र के निर्माण कार्यों की प्रगति और गुणवत्ता पर चर्चा की गई।

.

विधायक ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों में लापरवाही नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि सभी कार्य समय-सीमा में पूरे होने चाहिए। गुणवत्ता से कोई समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा।

विधायक ने ली अधिकारियों की समीक्षा बैठक

विधायक उसेंडी ने चेतावनी दी कि अनियमितता या घटिया निर्माण की शिकायत मिलने पर ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। अधिकारियों को नियमित फील्ड निरीक्षण का निर्देश दिया गया।

इससे पहले 24 मई को नगर पालिका अध्यक्ष नरपति पटेल और उपाध्यक्ष जसकेतु उसेंडी ने भी ठेकेदारों को ऐसे ही निर्देश दिए थे। बैठक में मुख्य नगरपालिका अधिकारी दिनेश दे, एसडीओ और नगर पालिका इंजीनियर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

कोंडागांव के 244 प्राथमिक विद्यालयों में अतिरिक्त शिक्षक नियुक्त

कोंडागांव के 244 प्राथमिक विद्यालयों में अतिरिक्त शिक्षक नियुक्त

वहीं, जिले में युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत 10 शिक्षकविहीन प्राथमिक विद्यालयों में अब शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है। एकल शिक्षक वाले 244 प्राथमिक विद्यालयों में अतिरिक्त शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। इसके अलावा दो मिडिल स्कूल, दो हाई स्कूल और एक हायर सेकेंडरी स्कूल में भी शिक्षकों की व्यवस्था की गई है।

माकड़ी विकासखंड के करमरी, डोंगरीपारा क्षमतापुर और नेवरा में शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। बड़ेराजपुर के रावसवाही, कोंडागांव ब्लॉक के कोरमेल, बाखरा में भी शिक्षक पहुंच गए हैं। ज्ञान ज्योति नयापारा छोटेबंजोड़ा, एहरा और खुंटडोबरा स्कूलों में भी अब नियमित पढ़ाई शुरू हो सकेगी।

फरसगांव विकासखंड के उच्च प्राथमिक शाला भैंसाबोड़ और मिडिल स्कूल बाजारपारा को भी शिक्षक मिले हैं। कोंडागांव ब्लॉक के हाई स्कूल डोंगरीगुड़ा, नवागांव और माकड़ी के हाई स्कूल एरला में भी शिक्षकों की नियुक्ति की गई है।

प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि जिले का कोई भी बच्चा शिक्षक की कमी के कारण शिक्षा से वंचित न रहे। इस कदम से स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियां पटरी पर लौट आई हैं। विशेषकर उन गांवों के अभिभावक और विद्यार्थी खुश हैं, जहां लंबे समय से शिक्षकों की कमी थी।



Source link