Purchases were made through the Gem portal, the price of seeds in Gem is three to five times higher | गड़बड़ी: जेम पोर्टल के जरिए की गई खरीदी, जेम में बीजों के दाम तीन से पांच गुना ज्यादा – Raipur News

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April 11, 2025



राज्य में ऐसे बीज की खरीदी का मामला सामने आया है, जिसे छत्तीसगढ़ में उगाने के लिए वैज्ञानिकों ने अपने परीक्षण में उपयुक्त नहीं पाया था। जेम पोर्टल के जरिए की गई इस खरीदी में बीज को बाजार से तीन गुने से ज्यादा कीमत में खरीदा गया। दरअसल, बाजार में भिंड

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दरअसल, जेम से गुजरात ओकरा हाइब्रिड 2 (जीओएच-2) बीज के 4 हजार पैकेट खरीदे गए हैं। खजुराहो हाईब्रिड सीड्स प्राइवेट लिमिटेड ने प्रति किलो 1268 रुपए की दर से सप्लाई की है, जबकि छत्तीसगढ़ के जलवायु के अनुकूल भिंडी के बीज इससे एक तिहाई कम रेट पर बाजार में बिक रहे हैं।

खास बात यह है कि जिस बीज की खरीदी की गई है, उसे वेजिटेबल रिसर्च स्टेशन जूनागढ़ एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी ने केवल 18 राज्यों के लिए अनुकूल बताया है। इसमें छत्तीसगढ़ का नाम शामिल नहीं है। ऐसे में तीन गुने ज्यादा दाम पर बीज की खरीदी पर सवाल उठ रहे हैं। कृषि विभाग के रिटायर्ड अफसरों का कहना है कि कृषि विश्वविद्यालय में भी रिसर्च होता है। छत्तीसगढ़ के लिए और भी किस्में होंगी तो इसी किस्म को प्रमोट करने की क्या मजबूरी है?

जिलों के लिए खरीदे गए गुजरात ओकरा हाइब्रिड-2 के 4 हजार पैकेट

1. भास्कर की मौजूदगी में किसान खिलावन सेन ने भिंडी के बीज खरीदे, जिसका एमआरपी 800 रुपए था लेकिन छूट के बाद 400 रुपए में मिला। 2. वेजिटेबल रिसर्च स्टेशन जूनागढ़ एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट

यह किस्म किसानों को देना उचित नहीं कृषि विभाग के रिटायर्ड अधिकारी का कहना है कि जब तकनीकी रूप से जोन के हिसाब से बीज की अनुशंसा की गई है और छत्तीसगढ़ के लिए यह किस्म अनुशंसित नहीं है तो इसी किस्म को किसानों को देना औचित्यपूर्ण नहीं है। विशेषकर जब अन्य अनुशंसित किस्में उपलब्ध हो।

गैर अनुशंसित किस्म निजी रूप से भले ही किसान लें, किन्तु सरकारी व्यवस्था-अनुदान पर तो बिल्कुल प्रमोट नहीं किया जाना चाहिए। अनुशंसा नहीं करने का कोई कारण तो होगा। कीट-बीमारी या पैदावार में कमी कोई भी स्थिति उत्पन्न होगी तो सरकार पर आरोप लगेगा और तब सरकार इसका बचाव नहीं कर सकेगी।

वेजिटेबल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने बताया अनुपयुक्त वेजिटेबल रिसर्च स्टेशन जूनागढ़ एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी ने गुजरात ओकरा हाइब्रिड 2 (जीओएच-2) बीज को तैयार किया है। देशभर के जलवायु और मिट्‌टी में बीज के परीक्षण के बाद इस बीज की उत्पादकता के आधार पर जो रिपोर्ट तैयार की गई, उसमें छत्तीसगढ़ का नाम शामिल नहीं है। इससे संबंधित गजट नोटिफिकेशन का प्रकाशन 26 दिसंबर 2008 को हुआ था। इसमें बताया गया है कि यह बीज 18 राज्यों के लिए ही अनुकूल है।

भिंडी के बीज की खरीदी के संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए हार्टिकल्चर डायरेक्टर से बात की है। उनको जिलों के अफसरों से जानकारी लेने के लिए कहा गया है। -शहला निगार, सचिव कृषि उत्पादन आयुक्त



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