
कलेक्टर ने बैठक लेकर PHE अफसरों को दिए निर्देश।
बिलासपुर में भीषण गर्मी में गहराते पेयजल संकट को लेकर कलेक्टर ने शनिवार को बैठक ली। इसमें बोरवेल संचालकों को दो टूक चेतावनी दी गई कि बिना अनुमति कहीं भी बोर खनन न करें। उन्हें अंडर ग्राउंड वॉटर लेवल को बचाने की अपील की गई। कलेक्टर ने जिले के सभी बोर
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कलेक्टर संजय अग्रवाल ने करीब 50 बोरवेल संचालकों की बैठक ली, जिसमें उन्हें जल संरक्षण की महत्ता बताई गई। साथ ही बोर खनन पर लागू प्रतिबंध का कड़ाई से पालन करने की हिदायत दी। उन्हें जल को बचाने में अपनी भूमिका निभाने कहा गया। कलेक्टर ने कहा कि भूमिगत जल को बचाने के लिए हम सबको चिंता करनी चाहिए है। जल संरक्षण के उपाय सुनिश्चित करने के लिए हमें कठोर कदम भी उठाने होंगे।
कलेक्टर ने कहा- अंडर ग्राउंड वॉटर लेवल हो रहा डाउन कलेक्टर ने केंद्रीय ग्राउंड वाटर बोर्ड की रिपोर्ट का जिक्र किया और बताया कि जिले में वॉटर लेवल तेजी से डाउन हो रहा है। आने वाले समय में इसके परिणाम भयावह हो सकत हैं। उन्होंने कहा कि भूजल का केवल 2 प्रतिशत पेयजल में उपयोग होता है। 13 प्रतिशत उद्योग में और 85 फीसदी फसल उत्पादन में किया जाता है। जिसे अब कम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भू-जल का दुरुपयोग और अंधाधुंध उपयोग स्वीकार नहीं किया जाएगा।
बोरवेल संचालक मशीनों में लगाएं GPS कलेक्टर अग्रवाल ने सभी बोरवेल संचालकों को अपनी बोरवेल मशीनों में जीपीएस सिस्टम लगाएं। ताकि, प्रशासन उनकी ट्रैकिंग और मानिटरिंग कर सके। इसके लिए उन्होंने PHE के अफसरों को निर्देशित किया और कहा कि कोई भी बोरवेल मशीन बिना GPS सिस्टम के न रहें।