Water shortage in 40 wards of Chirmiri | चिरमिरी के 40 वार्डों में पानी की किल्लत: 4 करोड़ की बिछी पाइपलाइन में सप्लाई चालू नहीं; 55 हजार लोग प्रभावित – Manendragarh-Chirmiri-Bharatpur News

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April 24, 2025


पानी के लिए लोग टैंकर के भरोसे है।

छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ जिले का सबसे बड़ा शहर चिरमिरी इन दिनों गंभीर जल संकट से जूझ रहा है। 40 वार्डों वाले इस नगर पालिक निगम में पेयजल की स्थिति चिंताजनक है। लगभग 55 हजार लोग इस समस्या से जूझ रहे है।

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नगर निगम के 25 साल पूरे होने को हैं, लेकिन अब तक शहर में पेयजल की उचित व्यवस्था नहीं हो पाई है। पिछली सरकार ने कई वार्डों में 4 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से पाइपलाइन बिछाई थी। लेकिन इन पाइपलाइनों में अब तक पानी की सप्लाई शुरू नहीं हो सकी है।

वर्तमान में अधिकांश वार्डों में लोग सार्वजनिक नलों पर निर्भर हैं। गर्मी के मौसम में स्थिति और भी गंभीर हो जाती है। निगम टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति कर रहा है।

पानी के इंतजार में बाल्टी-डिब्बे लेकर बैठी महिलाएं।

पानी के इंतजार में बाल्टी-डिब्बे लेकर बैठी महिलाएं।

समस्या के समाधान का मिला केवल आश्वासन

55 हजार की आबादी वाले इस शहर में जनप्रतिनिधि और अधिकारी पेयजल समस्या के समाधान का आश्वासन देते रहे हैं। लेकिन यह आश्वासन जमीनी स्तर पर कभी पूरा नहीं हुआ।

चिरमिरी प्रदेश का पहला ऐसा नगर निगम है, जिसके सभी वार्डों में पेयजल की समस्या है। करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद गर्मी के मौसम में सारी योजनाएं विफल साबित हो रही हैं।

ऐसे ही कई हैंडपंप खराब पड़े है।

ऐसे ही कई हैंडपंप खराब पड़े है।

टैंकर के भरोसे चल रहा काम

स्थानीय पार्षदों और चिरमिरी नगर निगम के अधिकारियों ने बार-बार आश्वासन देकर जलापूर्ति का दावा किया। लेकिन गर्मी आते ही फिर वहीं समस्या आ जाती है। फिलहाल लोगों को टैंकर के सहारे ही काम चलाना पड़ रहा है।

पार्षद राहुल भाई पटेल ने कलेक्टर को पत्राचार के माध्यम से अवगत कराया है कि चिरमिरी क्षेत्र में लगभग साढ़े चार करोड़ रुपए की पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है, लेकिन बिजली कनेक्शन और पानी आपूर्ति शुरू नहीं की गई है।

लोग अपने डिब्बे पहले ही रखकर चले जाते है जिससे उन्हें पहले पानी मिल सके

लोग अपने डिब्बे पहले ही रखकर चले जाते है जिससे उन्हें पहले पानी मिल सके

नल से निकलता है खारा पानी

वार्ड की बुजुर्ग महिला का कहना है कि हर साल यही होता है। पानी की इतनी किल्लत है कि इधर-उधर से बाल्टी भर-भर कर लाना पड़ता है। यहां का पानी भी खारा है, मीठा पानी तो सपना बन चुका है। जब भी महापौर से मिलने जाते हैं, वे सिर्फ आश्वासन देते हैं।

पाइपलाइन बिछने के बाद होगी सप्लाई

नगर निगम कमिश्नर राम प्रसाद आचला ने कहा कि जहां पानी की समस्या की शिकायत मिली है वहां टैंकर से पनी पहुंचाया जा रहा है। SECL भी जल्द ही पानी की टैंकर उपलब्ध कराएगा। अमृत मिशन योजना के तहत जब पाइपलाइन बिछ जाएगी तब पानी की सप्लाई निरंतर होगी।

अब देखना यह है कि 40 वार्डों के निवासियों को कब तक शुद्ध पेयजल की सुविधा मिल पाएगी।



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