बड़ी गाड़ियों के चलने से मेन रोड में रोजाना घंटों जाम लग जाता है। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। भारी वाहनों को रूट डायवर्ट करने से केरा बिर्रा व राहौद पामगढ़ से घुमकर जाना पड़ता है। बाईपास रोड का निर्माण हो जाने से बड़ी गाड़ियां आसानी से शहर के बाहर से होकर गुजर सकतीं हैं।
By komal Shukla
Publish Date: Tue, 26 Nov 2024 01:00:01 AM (IST)
Updated Date: Tue, 26 Nov 2024 01:00:01 AM (IST)

HighLights
- तुस्मा के आगे अधूरा पड़ा हुआ है बाइपास मार्ग
- बाइपास मार्ग में सड़क पर आ गई है दरारें
- शहर के बीच से होकर गुजरती है भारी वाहन
नईदुनिया न्यूज, शिवरीनारायण : आठ साल पहले शुरू हुए बाइपास रोड का निर्माण अब तब पूरा नहीं हो सका है। शहर के भीतर ट्रैफिक दबाव को कम करने केरा रोड ललारी पुल के पास से तुस्मा होते हुए शबरी मंदिर के पास खरौद तक बाइपास रोड बनाया जा रहा था। ताकि बड़ी गाड़ियां नगर में प्रवेश न कर शहर के बाहर बाइपास रोड से गुजर जाए। लेकिन आठ साल बीत जाने के बाद भी बाइपास रोड का निर्माण पूरा नहीं हो सका है।
केरा रोड से खरौद तक बन रहे बाइपास रोड की कुल लंबाई 6.75 किलोमीटर व चौड़ाई 10 मीटर है। सड़क निर्माण का काम 2016 में शुरू हुआ था। चार किलोमीटर सड़क का निर्माण हो चुका है जबकि 2.75 किलोमीटर सड़क का निर्माण बाकी है। 2018 से सड़क निर्माण का काम पूरी तरह से बंद है। बाइपास रोड का निर्माण नहीं होने के कारण केरा बिर्रा की ओर से राहौद पामगढ़ की ओर व राहौद पामगढ़ से केरा बिर्रा की ओर जाने वाली भारी वाहनें शहर के बीचों बीच से चलती हैं।
ट्रैफिक का दबाव बढ़ने के कारण रोजाना हजारों की संख्या में भारी वाहन नगर के केरा रोड, पुल मोड़, मेन रोड, केरा चौक, बांबे मार्केट, नटराज चौक, शबरी चौक, बिलासपुर रोड से होकर गुजरती हैं। भारी वाहनों के चलने से धूल का गुबार उड़ता है। जिससे नगर वासियों को अनेक तरह की बीमारियों का खतरा बना रहता है। शिवरीनारायण नगर व्यापारिक केंद्र है। जहां रोजाना आसपास के गांव के बड़ी संख्या में लोग खरीदी करने आते हैं।
मेन रोड बांबे मार्केट स्थित दुकानों में दिन भर लोगों का आना जाना लगा रहता है। साथ ही नगर में संचालित कॉलेज स्कूलों में आसपास के गांव के बड़ी संख्या में विद्यार्थी पढ़ने आते हैं। मेन रोड में बड़ी संख्या में बड़ी वाहनों के चलने के कारण आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है।
जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही हादसे का खतरा भी बना रहता है। बाइपास रोड का निर्माण हो जाने से शहर के लोगों को बड़ी वाहनों के ट्रैफिक दबाव, जाम की परेशानी, हादसे की आशंका, धूल की परेशानी सहित अन्य परेशानियों से राहत मिलेगी।
सड़क पर जगह जगह आ गई हैं दरारें
केरा रोड से खरौद तक 6.75 किलोमीटर का बाईपास रोड बनाया जा रहा था। सड़क निर्माण की गुणवत्ता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है सड़क पर बड़ी गाड़ियों का चलना तो दूर सड़क का निर्माण अभी पूरा भी नहीं हो सका है लेकिन सड़क जगह जगह दरारें आ गई है। कई स्थानों पर सड़क दब भी गई है।
बाइपास रोड बन गया है शराबियों का अड्डा
केरा रोड से खरौद तक बन रहा बाइपास रोड शराबियों का अड्डा बन गया गया है। बाइपास रोड तुस्मा में ही देशी व विदेशी शराब की दुकानें हैं। लोग इन दुकानों से शराब खरीदते हैं और थोड़ी दूर जाकर बाइपास रोड पर ही बैठकर शराब पीते हैं। रोजाना शाम होते ही तुस्मा बाइपास रोड पर शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है। बाइपास सड़क के किनारे बड़ी मात्रा में शराब की खाली बोतलें, डिस्पोजल, चिप्स कुरकुरे के खाली पैकेट व पन्नी का कचरा फैला रहता है।
माघी मेले में पड़ती है बाइपास रोड की जरूरत
नगर में प्रतिवर्ष लगने वाले माघी मेले में बाइपास रोड की जरूरत पड़ती है। मेला ग्राउंड में माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक 15 दिवसीय माघी मेला लगता है। जिसमें प्रदेश सहित देश भर से लाखों लोग पहुंचते हैं। मेले के समय पूरे 15 दिन शहर के सभी सड़कों पर लोगों की भीड़ रहती है।
खरौद – दुरपा बाइपास मार्ग का निर्माण मुआवजा प्रकरण के चलते रुका हुआ है। अधूरे सड़क के निर्माण और मुआवजा राशि की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जा चुका है। न्यायालय में जो मामले चल रहे थे उसका निराकरण हो गया है। स्वीकृति नहीं मिलने के कारण निर्माण पूरा नहीं हो पा रहा है।
पीके लहरे
ईई, लोक निर्माण विभाग