145 बच्चों के लिए मात्र दो शिक्षक, ऐसे में कैसे बोलेगा बचपन

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March 23, 2025


प्रधान पाठक अश्वनी पटेल ने बीईओ अकलतरा को पत्र लिखकर शिक्षकों की व्यवस्था करने का आग्रह किया है। पढाई नहीं होने से ग्रामीणों में रोष है। बच्चे स्कूल में अधिक समय खेलते ही रहते हैं यदि शिक्षक रहते तो पढाई करते।उम्मीद की जा रही है कि पढ़ाई की समस्या को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग द्वारा कोई व्यवस्था बनाई जाएगी।

By komal Shukla

Publish Date: Sat, 23 Nov 2024 12:15:55 AM (IST)

Updated Date: Sat, 23 Nov 2024 12:15:55 AM (IST)

145 बच्चों के लिए मात्र दो शिक्षक, ऐसे में कैसे बोलेगा बचपन

HighLights

  1. शिक्षकों की कमी के चलते पढ़ाई हो रही प्रभावित
  2. सुचारू पढ़ाई के लिए शिक्षकों की आवश्यकता
  3. भाटापारा स्कूल में बालवाड़ी भी संचालित है

नईदुनिया नयूज, कोटमी सोनार : ग्राम कोटमी सोनार के शासकीय प्राथमिक शाला भांटापारा में 145 बच्चों के लिए मात्र दो शिक्षक पदस्थ हैं, जिसके कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। सुचारू रूप से पढ़ाई के लिए अतिरिक्त शिक्षकों की आवश्यकता है।

जिला प्रशासन इधर बोलेगा बचपन कार्यक्रम चला रहा है और उधर स्कूल में शिक्षकों की कमी के चलते पढ़ाई नहीं हो पा रही है। ऐसे में बचपन कैसे बोलेगा और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार कैसे आएगी।जानकारी के अनुसार कोटमी सोनार के भांटापारा में संचालित प्राथमिक शाला में केवल दो शिक्षक पदस्थ हैं।

जिनमें से प्रधानपाठक अश्विनी पटेल मीटिंग या शासकीय पत्रों के जवाब, आनलाइन जानकारी आदि में व्यस्त रहते हैं जिसके कारण स्कूल की पढ़ाई का सारा जिम्मा एकमात्र शिक्षक शंकर साहू पर आ जाता है। ऐसे में पांच पांच कक्षाओं को एक शिक्षक के लिए पढ़ाना संभव नहीं है। साथ ही भाटापारा स्कूल में बालवाड़ी भी संचालित है ऐसे में एक शिक्षक के भरोसे पढ़ाई कैसी होती होगी, यह आसानी से समझा जा सकता है।

अश्विनी पटेल ने बताया कि अनेक बार इस विषय में मांग पत्र भेजा गया है लेकिन कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है। वर्तमान में शासन की अनेक योजनाओं को पूरा करने में शिक्षकों की मदद ली जा रही है जिससे पढ़ाई पूरी तरह ठप पड़ जा रही है। ऐसे में इस स्कूल में निर्धारित दर्ज संख्या के हिसाब से पर्याप्त शिक्षक की व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है।



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