विभाग का दावा है कि हाथी के आने की सूचना व्हाट्सएप, हाथी मित्र दल द्वारा वन क्षेत्र एवं आस-पास के गांव में मुनादी कराकर वन कर्मचारियों द्वारा प्रतिदिन ग्रामीणों को दी जाती है। ग्रामीणों को हाथी प्रभावित क्षेत्रों में अन्य कार्यों के लिए नहीं जाने की समझाईश प्रतिदिन दी जा रही है।
By Yogeshwar Sharma
Publish Date: Thu, 31 Oct 2024 12:06:43 AM (IST)
Updated Date: Thu, 31 Oct 2024 12:06:43 AM (IST)

HighLights
- अपनी खेत की रखवाली करने साथियों के साथ गया था।
- हाथी विचरण की लगातार ट्रेकिंग किए जाने का दावा
- तत्कालिक सहायता राशि 25 हजार रुपये दी गई।
नईदुनिया न्यूज, रायगढ़ : वन मंडल धरमजयगढ़ के परिसर कोयलार में 28 अक्टूबर को रात आठ बजे परिसर के वनपाल प्रदीप केरकेट्टा ने सूचना दी कि ग्राम दुलियामुड़ा के एक व्यक्ति को जंगली हाथी ने मार दिया गया है। इस पर वन कर्मचारी परिक्षेत्र अधिकारी के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और जानकारी ली। यहां बेदराम राठिया पिता बरमसिंह 36 निवासी दुलियामुड़ा की पहचान हुई। वह शाम पांच बजे अपनी खेत की रखवाली करने साथियों के साथ गया था। सभी साथी अपने-अपने खेत की ओर चले गये। राजा जंगल में एक हाथी विचरण कर रहा था। हाथी ने बेदराम राठिया को कुचलकर मार डाला। बहुत देर तक बेदराम में संबंध में कोई जानकारी नहीं मिलने पर साथियों ने उसकी तलाश की और पाया कि बेदराम धान खेत में मृत पड़ा है। साथियों ने घटना की जानकारी परिसर रक्षक को दी। घटना स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण उपरांत धान खेत पर बेदराम के शव के आस-पास हाथी के पैरों के निशान देखे गए। पुलिस बल के सहयोग से शव को सिविल अस्पताल धरमजयगढ़ लाया गया। 29 अक्टूबर को सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
शासन के नियमानुसार मृतक के उत्तराधिकारी पत्नी मंजीरा बाई राठिया पति स्व वेदराम राठिया निवासी दुलियामुड़ा को तत्कालिक सहायता राशि 25 हजार रुपये दी गई। घटना प्रकरण में अग्रिम कार्यवाही वन परिक्षेत्राधिकारी धरमजयगढ़ द्वारा नियमानुसार की जा रही है।
धरमजयगढ़ वनमंडल में हाथी विचरण की लगातार ट्रेकिंग किए जाने का दावा वन विभाग के अधिकारियों ने किया है।धरमजयगढ़ क्षेत्र के वन अमले को मानव हाथी द्वंद्व की रोकथाम के लिए हाई अलर्ट पर रहने निर्देशित किया गया है।