Bharatmala Project Scam: छत्तीसगढ़ के भारतमाला प्रोजेक्ट में जमीन अधिग्रहण घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई की है। ईओडब्ल्यू ने 20 ठिकानों पर छापेमारी की है और 43 करोड़ रुपये की अनियमितता का पता लगाया है। जमीन अधिग्रहण में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है और मुआवजा राशि में भारी हेरफेर किया गया है।
By Prashant Pandey
Publish Date: Fri, 25 Apr 2025 09:51:45 AM (IST)
Updated Date: Fri, 25 Apr 2025 10:55:52 AM (IST)

HighLights
- 43 करोड़ रुपये के घोटाले में ईओडब्ल्यू की बड़ी कार्रवाई, छापेमारी जारी।
- जमीन अधिग्रहण में गड़बड़ी, मुआवजा राशि में भारी हेरफेर का आरोप।
- एसडीएम और तहसीलदार के ठिकानों पर रेड, कई पर हो चुका है एक्शन।
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर (EOW Raid Chhattisgarh)। भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत जमीन अधिग्रहण में हुए घोटाले को लेकर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने बड़ी कार्रवाई शुरू की है। शुक्रवार सुबह से करीब 17 से 20 अधिकारियों के ठिकानों पर एक साथ रेड की जा रही है।
बताया जा रहा है कि किसानों को मिलने वाली मुआवजा राशि में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी कर अफसरों और दलालों ने करोड़ों रुपये की बंदरबांट की। इस घोटाले की रकम करीब 43 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
मुआवजे की राशि में भी हेरफेर
विधानसभा में मामला उठने के बाद ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी। जांच के दौरान सामने आया कि जमीन अधिग्रहण के नाम पर सरकारी अधिकारियों ने मिलीभगत कर मुआवजे की राशि में भारी हेरफेर की। अब तक कई अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है।
तात्कालिक एसडीएम निर्भय साहू और तहसीलदार शशिकांत कुर्रे के रायपुर स्थित आवासों पर ईओडब्ल्यू की टीम ने छापेमारी की है। इसके अलावा अभनपुर, आरंग, दुर्ग और भिलाई में भी रेड की कार्रवाई जारी है। रेड की जद में एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी और राजस्व निरीक्षक जैसे राजस्व विभाग के कई अधिकारी शामिल हैं।