रायपुर के अलावा, नवा रायपुर, अभनपुर, आरंग और तिल्दा ब्लॉक में कुल 19,493 रजिस्ट्री हुईं हैं। इससे तीन करोड़ रुपये से अधिक की आय हुई है। इस तरह पूरे रायपुर जिले में कुल 66,082 रजिस्ट्री हुई हैं, जिससे करीब 11.5 करोड़ रुपये की आय हुई है।
By Shashank Shekhar Bajpai
Publish Date: Wed, 02 Apr 2025 01:11:01 PM (IST)
Updated Date: Wed, 02 Apr 2025 01:11:01 PM (IST)

HighLights
- स्टांप ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क से सरकार को बड़ा राजस्व।
- संपत्ति बाजार में उछाल: रायपुर में रजिस्ट्री का नया कीर्तिमान।
- रायपुर पंजीयन कार्यालय में इस साल 46,589 रजिस्ट्री हुई हैं।
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान राजधानी में संपत्तियों की रजिस्ट्री का नया रिकॉर्ड बना है। रायपुर पंजीयन कार्यालय में इस साल कुल 46,589 रजिस्ट्री हुई हैं, जिससे लगभग 829 करोड़ 29 लाख रुपए की आय हुई है।
इसके अलावा, नवा रायपुर, अभनपुर, आरंग और तिल्दा ब्लॉक में कुल 19,493 रजिस्ट्री हुईं हैं। इससे तीन करोड़ रुपये से अधिक की आय हुई है। इस तरह पूरे रायपुर जिले में कुल 66,082 रजिस्ट्री हुई हैं, जिससे करीब 11.5 करोड़ रुपये की आय हुई है।
वर्ष 2024 के लिए पंजीयन विभाग को जिले के लिए 1,100 करोड़ रुपये का टारगेट मिला था, जबकि रायपुर पंजीयन कार्यालय को 790 करोड़ रुपये का टारगेट दिया गया था। अधिकारियों के अनुसार, इन दोनों टारगेट को पूरा कर लिया गया है। रायपुर पंजीयन कार्यालय ने तो टारगेट से लगभग 40 करोड़ रुपये अधिक आय प्राप्त की है।
छुट्टियों के दिन भी लगी रही कार्यालयों में भीड़
वर्ष के अंतिम महीने में संपत्ति की खरीदी-बिक्री में वृद्धि को देखते हुए, पंजीयन कार्यालयों में अपाइंटमेंट लेने वालों की संख्या भी दोगुनी हो गई। इस वजह से शासन द्वारा पंजीयन कार्यालयों को शासकीय छुट्टियों के दिन भी खोले रखने का निर्देश दिया गया था। इसके तहत सभी पंजीयन कार्यालय खुले रहे और इस दौरान भी रजिस्ट्री कराने वालों की भीड़ लगी रही।
बीते साल से ज्यादा रजिस्ट्री
पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 के मुकाबले इस बार जिले में करीब 15,000 अधिक रजिस्ट्री हुई हैं। जहां पिछले वर्ष 51,000 रजिस्ट्री हुई थीं, वहीं इस वर्ष 66,000 रजिस्ट्री हुई हैं, जो कि एक बड़ी उपलब्धि है।