NIA ने छत्तीसगढ़ के एक माओवादी के खिलाफ सेना के जवान की हत्या के मामले में आरोप पत्र दाखिल किया है। आरोपित माओवादी ने फरवरी 2024 को जवान की मेले में हत्या कर दी थी। एनआईए ने जांच के दौरान पहले ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था।
By Roman Tiwari
Edited By: Roman Tiwari
Publish Date: Sat, 07 Jun 2025 01:02:35 PM (IST)
Updated Date: Sat, 07 Jun 2025 01:05:55 PM (IST)

HighLights
- NIA ने माओवादी के खिलाफ दर्ज किया आरोप पत्र
- फरवरी 2024 में की थी भारतीय सेना के जवान की हत्या
- NIA ने पुलिस से मामला अपने हाथ में लेकर की जांच
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, रायपुर: प्रदेश के कांकेर जिले में फरवरी 2024 में हुए भारतीय सेना के जवान की हत्या के मामल में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने एक आरोपित के खिलाफ जांच पत्र दायर किया है। एनआईए ने शुक्रवार को लक्षित हत्या के मामले में पहले गिरफ्तार किए गए एक आरोपित के खिलाफ ही यह कार्रवाई की है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर के आशु कोरसा के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया है।
बता दें कि आरोपित के खिलाफ जागदलपुर में एनआईए विशेष अदालत में आइपीसी, 1860 की धारा 302 के साथ 120 बी और यूए (पी) अधिनियम की धारा 16, 18, 20, 38 और 39 के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है। एनआइए की जांच में सामने आया कि आरोपित प्रतिबंधित आतंकी संगठन सीपीआई (माओवादी) की आपराधिक साजिश में शामिल था। उसने जानबुझ कर भारतीय सेना के जवान मोतीराम अचला की हत्या की थी।
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परिवार के साथ मेला जा रहा था जवान
बता दें कि जवान मोतीराम अचला की हत्या पिछले साल 25 फरवरी को कांकेर जिले के अमाबेड़ा क्षेत्र के उसेली गांव में की गई थी। जब सेना का जवान अपने परिवार के साथ मेला देखने जा रहा था, उसी समय सीपीआई (माओवादी) के सशस्त्र कैडर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस अपराध को आशु कोरसा ने अंजाम दिया था।
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एनआईए ने मामला अपने हाथ में लिया
स्थानीय पुलिस द्वारा दर्ज किए गए इस मामले को एनआईए 29 फरवरी 2024 को अपने हाथ में लिया था। जांच के दौरान यह पाया गया कि आरोपी आशु कोरसा, सीपीआई (माओवादी) के तहत संचालित उत्तर बस्तर डिवीजन की कुयेमारी क्षेत्र समिति का सक्रिय सशस्त्र कैडर था। उसने एक अन्य वरिष्ठ माओवादी नेता के साथ मिलकर मोतीराम अचला की पहचान की और स्थानीय बाजार में उसकी हत्या कर दी थी। आरोपित को पिछले साल दिसंबर में एनआईए ने इस साजिश के संबंध में गिरफ्तार किया गया था।