ब्लैक आउट का फायदा उठाकर राजस्थान के बाड़मेर में छिपे थे लुटेरे, 5 गिरफ्तार; जब्त किए 15 लाख

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May 15, 2025


रायपुर के समता कॉलोनी में हुई 4.40 लाख की लूट का पुलिस ने 48 घंटे में खुलासा कर दिया। राजस्थान, रायपुर और अंबिकापुर से पांच आरोपी गिरफ्तार हुए, जिनसे 15 लाख रुपये बरामद किए गए। मुख्य आरोपी ने 15 दिन तक रैकी कर वारदात करवाई। दो आरोपी अब भी फरार हैं।

By Anurag Mishra

Publish Date: Thu, 15 May 2025 08:01:58 PM (IST)

Updated Date: Thu, 15 May 2025 08:01:58 PM (IST)

ब्लैक आउट का फायदा उठाकर राजस्थान के बाड़मेर में छिपे थे लुटेरे, 5 गिरफ्तार; जब्त किए 15 लाख
राजस्थान के बाड़मेर से आरोपी गिरफ्तार। (फोटो- नईदुनिया प्रतिनिधि)

HighLights

  1. 15 लाख रुपये की बरामदगी
  2. 15 दिन की रैकी के बाद वारदात
  3. नकदी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। रायपुर के आजाद चौक थाना क्षेत्र के समता कॉलोनी में 30 अप्रैल 2025 को एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के कलेक्शन एजेंट से 4.40 लाख रुपये की लूट की सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है।

आजाद चौक पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्रवाई में लूट के पांच आरोपियों को राजस्थान, रायपुर और अंबिकापुर से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपियों से एफआईआर में दर्ज राशि से अधिक 15 लाख रुपये बरामद किए हैं। दो अन्य बदमाश अभी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के बाद बरामद राशि और बढ़ सकती है।

इस लूट की साजिश में मुख्य योजनाकर्ता भवानी शंकर सारस्वत ने राजस्थान से बदमाशों को बुलाकर वारदात को अंजाम दिया था।

लूट की योजना

  • लूट की साजिश का मुख्य सूत्रधार भवानी शंकर सारस्वत, जो रायपुर में इलेक्ट्रॉनिक सामान का कारोबार करता है, ने प्रार्थी महावीर शर्मा की गतिविधियों पर नजर रखी। महावीर, जो मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है, नियमित रूप से बड़ी रकम बिना सुरक्षा के ले जाता था।
  • भवानी ने इस जानकारी का फायदा उठाते हुए अपने साथी भवानी शंकर उर्फ लालजी को राजस्थान से रायपुर बुलाया। इसके बाद लालजी ने बीकानेर और आसपास के क्षेत्रों से तीन अन्य बदमाशों—रवि शर्मा, गुनानंद प्रजापति और राकेश भार्गव उर्फ कालू को शामिल किया। अंबिकापुर में रहने वाले रवि शर्मा को भी लूट की योजना में जोड़ा गया।
  • 15 दिन की रैकी के बाद अंजाम दी वारदात

    • लूट को अचूक बनाने के लिए भवानी शंकर ने महावीर की 15 दिन तक रैकी की। इस दौरान महावीर के आने-जाने के रास्तों का नक्शा तैयार किया गया। 30 अप्रैल की रात लगभग 9 बजे, राजस्थान से आए बदमाशों ने महावीर से 4.40 लाख रुपये लूट लिए।
    • उसकी दोपहिया गाड़ी भी छीन ली। लूट के बाद बदमाशों ने दोपहिया को कुछ दूर लावारिस हालत में छोड़ दिया और रकम का बंटवारा कर अगले दिन राजस्थान फरार हो गए।

    पाकिस्तान सीमा पर छिपे बदमाश

    • पुलिस की तलाशी के दौरान मुख्य आरोपी भवानी शंकर को पुलिस के आने की भनक लग गई। इस दौरान भारत-पाकिस्तान सीमा पर चल रहे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत राजस्थान के बाड़मेर, फलौदी सहित कई इलाकों में ब्लैकआउट किया गया था।
    • बदमाशों ने इस स्थिति का फायदा उठाकर पाकिस्तान की सीमा से सटे गांवों में शरण ली। हालांकि, आजाद चौक और क्राइम ब्रांच की दो अलग-अलग टीमें राजस्थान, रायपुर और अंबिकापुर में सक्रिय रहीं। एक-एक कर सभी आरोपियों को धर दबोचा।

    15 लाख रुपये बरामद

    • प्रार्थी महावीर ने पुलिस को बताया कि लूट की राशि 4.40 लाख रुपये थी, जिसके आधार पर एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस की तफ्तीश में पांच आरोपियों से कुल 15 लाख रुपये बरामद हुए।
    • इस लूट में शामिल दो अन्य बदमाश, योगेश और रामलाल, अभी फरार हैं। पुलिस का मानना है कि उनकी गिरफ्तारी के बाद बरामद राशि का आंकड़ा और बढ़ सकता है।

    गिरफ्तार आरोपी

    • भवानी शंकर सारस्वत: मुख्य योजनाकर्ता, निवासी श्रीडूंगरगढ़, बीकानेर, राजस्थान। हाल पता: बालाजी इलेक्ट्रिकल, गुरुनानक चौक, रायपुर।
    • भवानी शंकर उर्फ लालजी: निवासी लूणकरणसर, बीकानेर, राजस्थान। हाल पता: डीडी होम्स, गोवेर्धनपुर, अंबिकापुर।
    • रवि शर्मा: निवासी श्रीडूंगरगढ़, बीकानेर, राजस्थान। हाल पता: डीडी होम्स, अंबिकापुर।
    • गुनानंद प्रजापति: निवासी श्रीडूंगरगढ़, बीकानेर, राजस्थान।
    • राकेश भार्गव उर्फ कालू: निवासी श्रीडूंगरगढ़, बीकानेर, राजस्थान।

    पुलिस की कार्रवाई

    आजाद चौक पुलिस और क्राइम ब्रांच की इस संयुक्त कार्रवाई ने लूट की इस बड़ी वारदात का खुलासा कर दिया है। पुलिस अब फरार बदमाशों योगेश और रामलाल की तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस का मानना है कि इनकी गिरफ्तारी से लूट की पूरी राशि और अन्य महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं। इस घटना ने रायपुर में नकदी ले जाने वालों के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।



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