विश्व होम्योपैथी दिवस हर साल 10 अप्रैल को होम्योपैथी के जनक, डॉ. सैमुअल हैनीमैन की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य है कि होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति और इसके योगदान के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके। इस दौरान लोगों को होम्योपैथी के फायदे बताए जाते हैं।
By Shashank Shekhar Bajpai
Publish Date: Thu, 10 Apr 2025 01:33:50 PM (IST)
Updated Date: Thu, 10 Apr 2025 01:33:50 PM (IST)

HighLights
- होम्योपैथी दवाओं से किडनी स्टोन, पीसीओडी और चर्म रोग जड़ से होता है खत्म।
- नवोदय के बच्चों को मिली राहत, पिछले 5 साल में एक भी बच्चा नहीं हुआ बीमार।
- 10 अप्रैल को होम्योपैथी के जनक डॉ. सैमुअल हैनीमैन की याद में मनाया जाता है दिवस।
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। World Homeopathy Day: होम्योपैथी में बीमारियों को ठीक होने में समय लगता है, लेकिन बीमारियां जड़ से ठीक होती हैं। नवोदय स्कूल के बच्चों को हर वर्ष चिकन पॉक्स (छोटी माता) की बीमारी होती थी।
मगर, होम्योपैथी के इलाज के बाद पिछले पांच वर्ष से नहीं हो रही है। प्रदेश का एक मात्र होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के प्राचार्य डॉ. दिलीप मुकुंद पिंपले ने बताया कि रायपुर नवोदय में बच्चों को हर वर्ष चिकन पॉक्स का संक्रमण फैलता था।
यहां के छात्र वहीं छात्रावास में रहते थे, जिसके कारण भी संक्रमण बहुत तेजी से फैलता था। बच्चों का होम्योपैथी से इलाज किया गया। पिछले पांच वर्षों से चिकन पॉक्स नहीं हो रहा है। डॉ. दिलीप मुकुंद ने बताया कि नवोदय की तरफ से इसका प्रमाण-पत्र भी दिया गया है।
3 से 6 महीने में निकल जाते हैं किडनी स्टोन
डॉ. दिलीप मुकुंद ने बताया कि किडनी स्टोन को भी हमने बिना ऑपरेशन के जड़ से खत्म किया है। मैं पिछले 25 वर्षों से होम्योपैथी का इलाज कर रहा हूं। अब तक 100 से अधिक मरीजों का किडनी स्टोन का इलाज कर चुका हूं।
किडनी स्टोन के आकार और वह किस जगह पर है, उसके अनुसार ठीक होने में समय लगता है। अधिकतर किडनी स्टोन तीन से छह महीने में निकल जाते हैं। कभी-कभी ही होता है कि जब एक वर्ष तक का समय लगा हो।
100 से अधिक महिलाओं की पीसीओडी हुई ठीक
डॉ. दिलीप बताते हैं कि खानपान और दिनचर्या की वजह से महिलाओं में पीसीओडी की समस्या बढ़ रही है। अभी तक 100 से अधिक महिलाओं का पीसीओडी का सफल इलाज कर चुका हूं। महिला को पहला बच्चा होने के बाद 10 वर्ष तक दूसरा बच्चा नहीं हुआ।